नशा व लत का उपचार
मादक या नशा लेन वाले पदार्थ एक बार सेवन करना चालु करने पर आदत बन जाती है जिसे छोड़ना कठिन होता है प्रारम्भ में लगता है की थकान दूर होकर स्फूर्ति आती है मन को प्रसन्नता होती है ,परंतु यह प्रभाव स्थाई नहीं रहता है ज्यो -ज्यो इसकी आदत बनती जाती है आराम देने के प्रभाव की क्षमता कम हो जाती है और पियक्कड़ मादक पदार्थो की मात्रा बढ़ता जाता है इसलिए धूम्रपान ,भांग ,शराब या कोई नशा लेन वाला पंद्रह सेवन नही करना चाहिए। भांग पिने से तो इंसान पागल भी हो जाता है जो किसी भी चिकित्सा से अच्छे नही होते है।
नशीले पदार्थ ,शराब ,धूम्रपान की आदत को त्यागने का एक अच्छा तरीका यह है कि अपने इरादे की घोषणा मित्रो के बीच कर दे कि मैं अब शराब सिगरेट नही पियूँगा।
ऐसा करने से आपके निश्चय को सहारा मिलेगा चुपचाप किये गए संकल्प की जिम्मेदारी केवल अपने मन पर होती है द्य हमसे पूरा करे या तोड़े इसकी जिम्मेदारी केवल हमारे जिम्मे होती है परंतु सबके सामने किये गए संकल्प को तोडना कठिन होता है क्योकि ऐसा करने पर हमें भय होता है कि हम अपने मित्रो की नजरो में गिर न जाये।
अपना संकल्प सार्वजानिक तौर पर करते ही हम एक कसौटी में कस जाते है हमको लगता है कि अब अगर सफल नहीं हुए तो अपने ही साथ नहीं वरन मित्रो के साथ भी एक प्रकार से विश्वासघात होगा आदत को पहचान कर उसे छोड़ने की घोषणा करने के बाद बहनो या ढिलाई से निश्चय को डिगने न दे।
सिगरेट का धुंआ महिलाओ कि प्रजनन क्षमता पर बुरा प्रभाव डालता है सिगरेट पिने वाली महिलाओ के अंडाशय की खराबी की आशंका बढ़ती है ए जिससे उनकी प्रजनन कि अवधि घट जाती है और उसमे रजोनिवृत्ति समय से पूर्व आरम्भ हो जाती है सिगरेट के धुंए में मौजूद रसायन अंडाशय में मौजूद अंडो को नष्ट कर देता है।
जो लंबे समय तक बीड़ी एसिगरेट एवं जर्दे का सेवन करते है एउनके स्वास्थ्य परिक्षण के दौरान ४० से ६० प्रतिशत तक के फेफड़े खराब पाए गए।
धूम्रपान करने वाले व्यक्ति में मानसिक विकलांगता आ जाती है शिशुओ के अस-पास धुंआ छोड़ने से शिशुओ की आकस्मिक मृत्यु हूँ सकती है अतः शिशुओ को धुंए से बचाये।
धूम्रपान से नपुंसकता का खतरा
धूम्रपान हर तरह से मनुष्य के शरोर को नुक्सान पहुचता है ,फिर भी आदमी इसे मर्दानगी का प्रतिक समज़हट हुए धूम्रपान करने से बाज नहीं आता धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों में उच्च रक्तचाप कि समस्या अधिक होती है जो आगे चल कर नपुंसकता का कारण बन सकती है यहाँ तक कि धूम्रपान छोड़ चुके ऐसे पुरुषों के जो धूम्रपान नही करते कि तुलना में नपुंसक होने कि आशंका ११ गुना अधिक होती है।
रोजाना चार चम्मच प्याज का रस पीने से तम्बाकू की तलब लगनी बंद हो जाती है। सिगरेट गुटका छूट जाता है। नशे के चंगुल से अवश्य मुक्त हो सकते है। जरुरत है थोड़े धीरज और इच्छा शक्ति की। ये तो आप भी जानते है कि यदि आपने कुछकरने का निश्चय कर लिया तो फिर आपको कोई रोक नहीं सकता। तो फिर देर किस बात की आपके सबसे बड़े दुश्मन नशे की तलब को दबाकर कुचल दीजिये और आजादी का जश्न मनाइये।
आज हर व्यक्ति किसी इस किसी नशे का आदि हो चुका है जिसका सीधे प्रभाव स्वास्थ पर पड़ता है ,स्वदेशी चिकित्सा में हर रोग का उपचार है इसमें नशे व इसके उपचार के बारे में बताया जा रहा है।
शराब, दारू, तंबाकू-गुटका छोड़ने के घरेलु उपाय
नशे मे व्यक्ति का मानसिक संतुलन बिगड़ जाता है उसे सही गलत का होश नहीं रहता। नशे में व्यक्ति की हरकतें बर्दाश्त के बाहर हो जाती।है। इस कारण से दुसरे लोग बहुत परेशान हो जाते है। ऐसे में नशा उतारना जरुरी हो जाता है। नशा उतारने के उपाय इस प्रकार है –
- अधिक शराब पीने से नशा होने पर निम्बू का रस व कॉफी का सेवन करने से नशा कम हो जाता है।
- शराब का नशा कम करने हेतु ककड़ी या खीरे पे नीम्बू निचोड़ के सेवन करने से नशा कम हो जाता है।
- शराब का नशा कम करने हेतु पिसे धनिया में शक्कर मिलाकर देने से या अमरुद खिलाने या सर पर ठन्डे पानी डालने से भी नशा कम हो जाता है।
- अधिक शराब पिने से यदि जीवन संकट में हो २५ ग्राम देसी घी में उतनी ही मिशरी पीसकर चाटने से खतरा तल जाता है।
- ६ मआश फिटकरी दूध या पानी में घोलकर पीने से शराब कम हो जाता है अथवा सेब का रस देने से भी शराब का नशा कम हो जाता है।
- यदि भांग का नशा चढ़ जाए तो अमरुद खा कर सो जाने से नशा उतर जाता है।
- २५ ग्राम अरहर की दाल को पानी में उबालकर वह पानी पिलाने से भांग का नशा उतर जाता है।
- छाछ पिने या ताज़ा मीठा दही खाने निम्बू का रस चूसने से भी भांग का नशा उतर जाता है।
- यदि भांग का नशा अत्यधिक चढ़ गया हो तो इमली का गूदा ३०ग्राम को एक पाँव पानी में भिगोकर मठ छानकर ३० ग्राम गुड़ केसाथ वह पानी दे।
- भांग के नशे के कारण यदि बेहोशी चाय हो तो जामुन की कोपले दे या एक पाँव जामुन के पत्ते पीसकर दिन में दो-तीन बार देने से नशा कम हो जाता है।
- भांग के नशे के कारण बेहोशी आने पर सरसो का तेल गुनगुना करके दोनों कानो में कुछ बूंदे डालने से भी लाभ होता है।
- नीम की पत्तियो का रस पिलाने पीपल की छाल का काढ़ा पिलाने व छाछ में हींग मिलाकर पिलाने से अफीम का नशा उतर जाता है।
- अरहर के पत्तो का रस पिलाने से भी अफीम का नशा उतर जाता हैं।
- दूध का अधिक सेवन करने से भी अफीम का नशा उतर जाता है।
- एक गिलास छाछ में एक ग्राम हीरा हींग घोल कर पिलाने से भी अफीम का नशा उतर जाता है।
- पुदीने के पत्ते सेवन करने से या पुदीने का रस देने से गांजे के नशा उतर जाता है।
- इमली का रस भी नशे में लाभ देता है।
- विशेष रूप किसी भी प्रकार का नशा उतारने के लिए एक छंटाक अंगूर पानी में पीसकर छाने और जीरा नमक काली मिर्च मिलाकर सेवन करने से नशा उतर जाएगा १०० ग्राम प्याज के रस से भी नशा उतर जाता है इसी प्रकार ढाक की पत्ते के डंठल को पानी में घोटकर ,छानकर पिलाने से भी नशा उरत जाट है।
- अजवायन १० ग्राम ,कालीमिर्च ५ ग्राम ,सोंठ १० ग्राम को पीसकर मिलाकर ५ ग्राम निम्बू का रस निचोड़े फिर सारा मिश्रण तैयार कर छोटी -छोटी गोलिया बना ले जब भी गुटखा खाने की तालाब हो एक गोली मुह में दाल ले सात दिन में ही गुटखा खाने की आदत छूट जाएगी।
- जिन्हें तम्बाकू खाने की आदत है ,वे ५ ग्राम मेथीदाना को पानी में धोकर धुप में सुखाले फिर उसमे कागजी निम्बू का रस निचोड़े जब भी तम्बाकू खाने की इच्छा हो मेथी दान मुह में रखे तम्बाकू खाने के आदत से शीघ्र छुटकारा मिल जाएगा।
- शराब की लत छुड़ाने हेतु असली शराब की एक बोतल में असली सौफ का एक बोतल आरक मिलाले जब भी शराब पिने की इच्छा हो इस घोल का सेवन करे शराब छूट जाएगी।
- भोजन के बाद सेब का सेवन करने से भी शराब की आदत छूट जायेगी।
- सेब को उबालकर दिन में दो तीन बार खाये शराब की आदत छूट जायेगी।
- जितना अफीम दिन में खाने की आदत हो उतना रसौत पानी में भिगो दे और रसौत को पीसकर उसमे पानी मिलाये और रसौत को पीसकर अफीम में मिलाकर सेवन करे अफीम की लत धीरे-धीरे छूट जाती है।
- केवल अजवाइन का रस का सेवन करने से भी अफीम की लत छूट जाती है।
- सिगरेट की आदत छोड़ने के लिए बरगद पेड़ की सूखी लकड़ी सिगरेट की तरह दोगुनी काटकर जलाकर दिन में १५ .२० दिन पिए धीरे- धीरे सिगरेट की आदत छूट जायेगी।
- अजवाइन २० ग्राम एकला नमक ५ ग्राम को बारीक पीसकर निम्बू का रस मिलाये और काली मिर्च के बराबर गोलिया बना ले जब भी बीड़ी या सिगरेट की तालाब हो एक गोली मुह में दाल ले दो सप्ताह में बीड़ी एसिगरेट तम्बाकू की आदत छूट जाती है।
- यदि चाय पिने की आदत छोड़नी है तो लौंग छोड़नी है तो एक लौंग एदो काली मिर्च व तुलसी की चार पत्तिया २५० ग्राम पानी में उबालकर दूध व मिश्री मिलाये और चाय की तरह पिए चाय की आदत से छुटकारा मिल जाएगा।
- पान खाना भी दांतो के लिए हानिकारक है और मसूड़ों के लिए भी यदि पान खाने की आदत छोड़ना चाहते है तो भोजनो परांत तुलसी की २.४ पत्तिया चबाये पान खाने की आदत धीरे-धीरे छूट जाएगी इसके अनेक लाभ भी होंगे, जैसे अपव्यय रुकेगा दांत मजबूत होंगे मुख से दुर्गन्ध नही आएगी व पाचनशक्ति भी ठीक रहेगी।
- बहेद की छाल ,माजूफल,पठानी लोध ,छोटी इलाइची ,सफ़ेद मूसली,ढाक व पलाश की गोद ,काली सुपारी के पुष्प इन सबको कूट-पीसकर छानकर चूर्ण बनाये और ज़रा सा दूध मिलाकर छोटी-छोटी गोलिया बनाकर सेवन करे हर रकार की लत या आदत छुड़ाने का यह अचूक नुस्खा है।
- बीड़ी ,गुटका ,धूम्रपान कि आदत यदि छोड़ रहे है तो जब भी इसका सेवन करने कि इच्छा हो तो निम्बू चूसे इसके सेवन से इच्छा तुरंत समाप्त हो जाती है।
- सौफ को घी में सेककर शीशी में भर ले जब भी सिगरेट पिने कि इच्छा हो तो तो सौफ को आधा चम्मच चबा ले इससे सिगरेट पिने कि इच्छा समाप्त हो जाती है मन पर भी संयम रखे।
- ५० ग्राम अजवायन और ५० ग्राम मोती सौफ को स्वादानुसार कला नमक निम्बू के रस में भिगो कर आपस में मिलाये फिर छाया में सुखाकर तवे पर सेक ले जब भी बीड़ी सिगरेट या जर्दा खाने का मन हो तो इस चूर्ण को आधा चम्मच चबाये इससे धुम्रपान कि आदत छूट जाएगी इसके साथ-साथ गैस मिटेगी पाचन शक्ति बढ़ेगी भूख लगेगी गैस वायु नकलने के लिए यह सफल नुस्खा है।
- नारंगी ,नाश्ते से पहले खाने से मदिरापान कि इच्छा कम हो जातियो है।
- शराब का नशा ककड़ी खाने से उतर जाता है।
- मिश्री पीसकर घी में मिलाकर चाटने से शराब का नशा नही चढ़ता।
- फिटकरी को घोलकर पानी में पिने से शराब का नशा उतर जाता है।
- एक चम्मच पिसी हुई फिटकरी २५० ग्राम दूध में घोलकर पिलाने से शराब का नशा उतर जाता है।
- भांग का नशा अमरुद खाने से या इसके पत्तो के सेवन से उतर जाता है।
- पकी इमली को पानी में भिगोकर रस पिने से भांग का नशा उतर जाता है।
- चावल का धोवन पिने से भांग का नशा उतर जाता है।
- अरहर कि दाल को उबालकर उसका पानी पिलाने से भांग का नाश उतर जाता है।
- ताज़ा दही खाने से भांग का नशा उतर जाता है।
- खट्टी छाछ पिने से भी भांग का नाश उतर जाता है।
- तुलसी कि १०.१२ पट्टी और ६ काली मिर्च पीसकर एक कप पानी में मिलकर पिलाने से नशे में बेहोश को होश आ जाता है।
- भांग का नशा होने से बार-बार पिलाये कानो में सरसो का तेल कि दो-दो बूँद डेल अदरक व निम्बू का रस एक गिलास पानी मिलाकर पिलाने से भांग का नशा उतर जाता है।
- चार गिलास पानीलगभग एक लीटर द्ध कांच के बर्तन में लें। इसमें 100 ग्राम नई देसी अजवायन दरदरी पीस कर भिगो दें। इसे दो दिनभीगने दें। अब इसे धीमी आंच पर उबालें। पानी एक गिलास जितना रह जाये तब उतार कर ठण्डा कर ले। अगले दिन थोड़ा मसल कर छान लें। इसे एक शीशी में भर लें। जब भी शराब पीने की इच्छा हो तो इसमें से चार पाँच चम्मच पी लें। एक महीने तक इस तरह ये पानी पीने से शराब की लत छूट जाती है। थोड़ी इच्छा शक्ति भी मजबूत रखें।
- दिन में तीन चार बार उबले हुए सेव खाने से शराब के प्रति घृणा उत्पन्न हो जाती है। और शराब पीने की आदत छूट जाती है। सेव का रस तीन-चार बार पीने और सेव अधिक खाने से शराब पीने की तलब नहीं लगती और शराब छोड़ना आसान हो जाता है।
- 50 ग्राम अजवायन 50 ग्राम सौंफ और 25 ग्राम काला नमक मिलाकर बारीक पीस लें। इसमें चार चम्मच नीम्बू का रस मिलाकर रात भर के लिए रख दें। अगले दिन सुबह इस चूर्ण को गर्म तवे पर थोड़ा सूखा लें। इसे एक शीशी में भर लें। जब भी तम्बाकू या सिगरेट की तलब लगे तो ये चूर्ण थोड़ा सा मुँह में डाल कर चूसें। कुछ दिनों में तम्बाकू की लत छूट जाएगी। मन पर काबू रखें।
- सिगरेट की तलब लगने पर छोटी हरड़ मुँह में रखकर चूसने से तलब शांत हो जाती है। इस तरह आदत छोड़ सकते है।
- दालचीनी को बारीक पीस कर इसमें शहद मिला लें। तम्बाकू की तलब लगने पर थोड़ा सा ये शहद चाट लें। तलब मिट जाएगी।
- किसी भी नशे में धुत व्यक्ति को एक कप प्याज़ का रस देने से नशा बहुत कम हो जायेगा।
- कैसा भी नशा हो या विष का सेवन किया हो ६० ग्राम नमक पानी में घोलकर पिलाये इससे उल्टिया होंगी और नशीला विषैला पदार्थ बाहर आ जायेगा।
- अत्यधिक मात्रा में पानी पीने से नशा का प्रभाव कम हो जाता है। सिगरेट,जर्दा,भांग अदि नशा अंगूर के सेवन से दूर हो जाता है।
- ५० ग्राम इमली आधा किलो पानी में दो घंटे भिगो कर माथे इसमें आवश्यकतानुसार बुरा मिश्री चीनी या कोई मीठी वास्तु मिलकर छान ले और पी जाये।
- चौलाई का साग नशे के प्रभाव को कम कर देता है।
शराब का नशा उतारने का घरेलु उपाय
- एक कप पानी में एक नीम्बू का रस मिलाकर कर हर दस मिनट में पिलाएं।
- सेब का जूस पिलाएं।
- सिर पर ठण्डा पानी डालें।
- अमरुद खिलाएं।
- एक गिलास पानी में इमली को भिगोकर मसलकर छान लें, इसमें गुड़ मिलाकर पिलायें।
- पिसा हुआ धनिया और शक्कर मिलाकर खिलाएं।
- दो चम्मच देसी घी में दो चम्मच शक्कर मिलाकर खिलाएं।
भांग का नशा उतारने का घरेलु उपाय
- एक गिलास पानी में इमली को भिगोकर मसलकर छान लें। इसमें गुड़ मिलाकर पिलायें।
- एक गिलास छाछ पिलाएं।छाछ एक कटोरी दही खिला दें।
- नीम्बू का अचार खिलाएं।
- अमरुद खिलाएं।
- जामुन के पेड़ की कोमल पत्ती खिलाएं।
अफीम का नशा उतारने का घरेलु उपाय –
- गुनगुने पानी में या छाछ में शुद्ध हींग मिलाकर पिलाएं।
- हर एक घंटे से एक कप दूध पिलाएं।
- पानी में थोड़ी फिटकरी मिलाकर पिलाएं।
- उल्टी कराएँ और सोने मत दें।
- गांजे का नशा उतारने का उपाय
- पोदीने का रस पिलाएं।चनकपदं एक गिलास पानी में इमली को भिगोकर मसलकर छान लें, इसमें गुड़ मिलाकर पिलायें।
- देसी घी पिलाएं।
सभी प्रकार के नशे उतारने का घरेलु उपाय
अंगूर के रस में नमक, जीरा, कालीमिर्च डालकर पिलाने से हर प्रकार का नशा उतर जाता है।
ढाक ,पलाश,केसु के पत्ते का दो तीन डंठल मुंह में लेकर चबाने से हर प्रकार का नशा उतर जाता है। ये डंठल पानी के साथ पीस कर छान कर पिलाने से भी नशा उतर जाता है।