30 Medicines: Definitive Guide to NIPAH Virus – Symptoms, Causes, and Prevention

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NIPAH VIRUS

NIPAH Virus (NiV) एक गंभीर और संक्रामक वायरल बीमारी है, जिसने अपना उत्कृष्ट प्रभाव विभिन्न देशों में दिखाया है। यह वायरस पैरामाइक्सोवायरिडी परिवार से संबंधित है और इसका पहला प्रकटन 1998 में मलेशिया में हुआ था। इसे विशेष रूप से चमगादड़ों से मनुष्यों में और फिर मनुष्य से मनुष्य में संक्रमण हो सकता है।

NIPAH Virus के संक्रमण के मामूले से लेकर गंभीर लक्षण तक हो सकते हैं, जिसमें उच्च बुखार, श्वास की समस्या, और न्यूरोलॉजिकल कंप्लिकेशन्स शामिल हैं। यह बीमारी इतनी घातक हो सकती है कि इसकी मृत्यु दर 40% से 75% तक हो सकती है।

इसका विशेष उपचार नहीं है, लेकिन तात्कालिक मेडिकल केयर और सहायक चिकित्सा से मरीज की स्थिति को बेहतर किया जा सकता है।

NIPAH VIRUS -SYMPTOMS CAUSES AND PREVENTION

खतरनाक वायरस “निपाह ” तेजी से पूरे देश में  फैल रहा है। इसका कोई इलाज नहीं है और मरीज 24 घंटे के अंदर “कोमा ” में चला जाता है। यह बीमारी संक्रमित सुअरो और चमगादड़ों के द्वारा फैल रही है।

NIPAH VIRUS -SYMPTOMS CAUSES AND PREVENTION
Nipah Virus

क्या है निपाह वायरस –WHAT IS NIPAH VIRUS IN HINDI

निपाह वायरस को NiV इन्फेक्शन भी कहा जाता है ,यह जूनोटिक बीमारी है यानी  ऐसी बीमारी जो जानवरो से इंसानो में फैलतीं है इस बार इसके फैलने का कारण चमगादड़ कहे जा रहे है।

कैसे फैलता है निपाह वायरस –HOW NIPAH VIRUS SPREAD HINDI

निपाह वायरस मनुष्यों के संक्रमित सुअर, चमगादड़ या अन्य संक्रमित जीवों से संपर्क में आने से फैलता है। यह वायरस एन्सेफलाइटिस का कारण बनता है। यह इंफेक्‍शन फ्रूट बैट्स के जरिए लोगों में फैलता है। खजूर की खेती करने वाले लोग इस इंफेक्‍शन की चपेट में जल्‍दी आते हैं।

निपा वायरस के लक्षण –NIPAH VIRUS SIGN AND SYMPTOMS

१. बुखार 
३.  दिमागी संदेह (भ्रम )
४. उल्टियां 
५. मांसपेशियों में दर्द 
६. निमोनिया के लक्षण 
७. हल्की बेहोशी 
८. दिमागी सूजन 

निपा वायरस से  बचाव –NIPAH VIRUS PREVENTION

१. संक्रमित लोगों के साथ निकट (असुरक्षित) शारीरिक संपर्क से बचें।
 
२. सुअरो से दूर रहे। 
 
३. एनएच 95-ग्रेड और उससे उच्च मास्क पहनें।
 
४.ऐसे फल न खाये जिन्हे पक्षियों ने कटा हो ,फलो को बहुत सावधानी से खरीदे और बहार के खुले में मिलने वाले जूस का सेवन जरा भी न करे। 
 
५. साबुन के साथ नियमित रूप से हाथ धोएं।
 
६. पाम के रस को उपभोग करने से पहले अच्छे से उबाल लें।
 
७. खाने से पहले फलों को अच्छे से धो लें और छीलें।
 
८. अपने और बच्चों का व्यक्तिगत रूप से स्वच्छता बनाए रखें।
 
९. अपने घर को ठीक से ढक कर रखे। ज्यादा समय खिडकियों को खोल कर ना रखें।
 

१०. मांसाहार  भोजन के सेवन  से बचे 

निपा वायरस का इलाज NIPAH VIRUS TREATMENT IN HINDI

१. वर्तमान में, मनुष्यों या जानवरों के लिए कोई टीका या दवा उपलब्ध नहीं है।
 
२. डॉक्टरों का मानना है सही समय पर चिकित्सा ना हो पाने पर यह वायरस 40-100 प्रतिशत वायरस से प्रभावित मरीजों की जान ले सकता है।सहायक देखभाल के अलावा कोई निश्चित उपचार नहीं है। 
 
३. सहायक देखभाल का मतलब है कि रोगियों की बारीकी से निगरानी की आवश्यकता हो सकती है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता है। मरीजों को श्वसन की आवश्यकता हो सकती है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा जाना पड़ सकता है।
 
४. संदिग्ध क्षेत्र में या आसपास रहने वाले लोगों के लिए सतर्कता और प्रारंभिक सलाह डॉक्टर से मांगना ज़रूरी है।
 

10 घरेलू उपचार NIPAH Virus के संक्रमण के लक्षणों को कम करने के लिए 

  1. अदरक और शहद: अदरक का रस और शहद मिलाकर पीने से ठंड और खांसी में आराम मिल सकता है।

  2. तुलसी की चाय: तुलसी, अदरक और लौंग से बनी चाय इम्युनिटी बूस्ट कर सकती है।

  3. गरम पानी से गरारा: गरम पानी में नमक मिलाकर गरारा करने से गले में आराम मिल सकता है।

  4. हल्दी दूध: हल्दी में कुरकुमिन होता है जो नेचुरल एंटीबायोटिक है।

  5. नींबू पानी: नींबू पानी पिने से हाइड्रेशन में मदद मिल सकती है।

  6. पुदीना: पुदीना के पत्तियों का रस पीने से पेट में आराम मिलता है।

  7. अलोवेरा जूस: अलोवेरा जूस में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो इम्युनिटी में मदद कर सकते हैं।

  8. जीरा और सौंफ: जीरा और सौंफ का काढ़ा बनाकर पीने से डाइजेशन में सुधार हो सकता है।

  9. अंजीर और मुनक्का: इनमें आयरन होता है, जो एनर्जी लेवल्स को बूस्ट कर सकता है।

  10. धनिया और लौंग का काढ़ा: यह काढ़ा बनाकर पीने से श्वास संबंधी समस्याओं में आराम मिल सकता है।

ये उपचार सिर्फ लक्षणों को मिल्द करने के लिए हैं, यह NIPAH Virus का पूरा इलाज नहीं कर सकते। इसके लिए तुरंत मेडिकल मदद जरूरी है।

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Unani उपचार में 10 तरीके NIPAH Virus के लक्षणों से राहत पाने के लिए

  1. Tukhm-e-Karafs (तुखम-ए-करफस): यह एक प्रकार का सेलेरी सीड होता है जिसे श्वास संबंधी समस्याओं में उपयोग किया जाता है।

  2. Khamira Gaozaban (खमीरा गाओज़बां): यह न्यूरोलॉजिकल समस्याओं में राहत दिलाता है।

  3. Roghan Babuna (रोघन बाबूना): इसे नींद लाने के लिए और तनाव को कम करने के लिए उपयोग किया जाता है।

  4. Tukhm-e-Kasoos (तुखम-ए-कासूस): यह जिगर की कार्यक्षमता में सुधार करता है और इम्युनिटी बूस्ट करता है।

  5. Arq-e-Gulab (अर्क-ए-गुलाब): यह ताजगी और शांति प्रदान करता है।

  6. Habbe Bukhar (हब्बे बुखार): यह बुखार में राहत प्रदान करता है।

  7. Habbe Asgand (हब्बे असगंध): यह वायरल संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।

  8. Arq-e-Zeera (अर्क-ए-जीरा): यह पाचन को मजबूत करने में मदद करता है।

  9. Majun Falasfa (मजून फलसफा): यह मानसिक शक्ति को बढ़ाता है और न्यूरोलॉजिकल समस्याओं में राहत देता है।

  10. Safoof-e-Buzoori (सफूफ-ए-बुजूरी): यह ताकत और ऊर्जा प्रदान करता है।

निजी चिकित्सक की सलाह बिना इन Unani उपचारों का उपयोग नहीं करें। NIPAH Virus एक गंभीर संक्रमण है, इसलिए पूरी तरह से डायग्नोज़ और इलाज के लिए मेडिकल विशेषज्ञ की सलाह अनिवार्य है।

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10 Homeopathy दवाएँ जो NIPAH Virus के लक्षणों को मिल्द कर सकती हैं

ध्यान दें: Homeopathy दवाएँ NIPAH Virus का इलाज नहीं कर सकतीं। ये जानकारी डॉक्टर से सलाह लेकर ही उपयोग में लें।

  1. Aconite Napellus (एकोनाइट नैपेलस): अचानक उत्पन्न हुए बुखार और डर के लिए।

  2. Arsenicum Album (आर्सेनिकम अल्बम): जब ठंड और बुखार साथ हो, और व्यक्ति बहुत अशांत हो।

  3. Belladonna (बेलाडोना): सिरदर्द और उच्च बुखार के लिए।

  4. Bryonia Alba (ब्रायोनिया अल्बा): जब खांसी, जुकाम और बुखार हो और शरीर में दर्द हो।

  5. Eupatorium Perfoliatum (यूफाटोरियम परफोलियटम): बुखार और शरीर में दर्द के लिए।

  6. Gelsemium (जेल्सेमियम): धीरे धीरे बढ़ते बुखार और थकान के लिए।

  7. Mercurius Solubilis (मरक्यूरियस सॉल्यूबिलिस): मुंह और गले में संक्रमण के लिए।

  8. Nux Vomica (नक्स वोमिका): जब पेट खराब हो और उलटी हो।

  9. Rhus Toxicodendron (रस टॉक्सिकोडेंड्रॉन): जब जोड़ों में दर्द हो और ठंडी हवा से असहजता हो।

  10. Sulphur (सल्फर): त्वचा संक्रमण और इत्छा के लिए।

यह जानकारी केवल शिक्षा के उद्देश्य से दी गई है। कृपया इन Homeopathy दवाओं का उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह लें। NIPAH Virus एक गंभीर और जानलेवा वायरस है, इसका तत्कालिक मेडिकल इलाज आवश्यक है।

10 Allopathy Medicines जो NIPAH Virus के लक्षणों में राहत सकते हैं

  1. Antiviral Medications (एंटीवायरल दवाएं): Ribavirin जैसी दवाएं इस्तेमाल की जा सकती हैं, लेकिन इनकी कुछ विशेष एफेक्टिवनेस नहीं है।

  2. Acetaminophen (एसिटामिनोफेन): बुखार और दर्द के लिए।

  3. Ibuprofen (इबुप्रोफेन): शरीर में सूजन और दर्द को कम करने के लिए।

  4. Antihistamines (एंटीहिस्टामिन्स): एलर्जी के सिम्टोम्स को कंट्रोल करने के लिए।

  5. Intravenous Fluids (इंट्रावेनस फ्लूइड्स): डेहाइड्रेशन को प्रेवेंट करने के लिए।

  6. Oxygen Therapy (ऑक्सिजन थेरेपी): श्वास संबंधी प्रॉब्लेम्स के लिए।

  7. Corticosteroids (कोर्टिकोस्टेरॉयड्स): श्वासन और अन्य इंफ्लेमेशन को कंट्रोल करने के लिए।

  8. Antibiotics (एंटीबायोटिक्स): बैक्टीरियल संक्रमण के लिए, जब वायरल इन्फेक्शन के साथ-साथ बैक्टीरियल संक्रमण भी हो।

  9. Anti-seizure Medications (एंटी-सिज़ूज़ दवाएं): कैप्टिविटी या भूकंप जैसे लक्षणों के लिए।

  10. Bronchodilators (ब्रोंकोदिलेटर्स): श्वास की समस्या के लिए।

महत्वपूर्ण: NIPAH Virus के लक्षणों का सही और तत्काल इलाज बहुत जरूरी है। इन दवाओं का उपयोग करने से पहले अवश्य डॉक्टर से सलाह लें।

References

  1. World Health Organization (WHO) – NIPAH Virus: A comprehensive guide about NIPAH Virus by WHO.

  2. Centers for Disease Control and Prevention (CDC) – NIPAH Virus Infection: A detailed page on NIPAH Virus, its symptoms, and preventive measures.

  3. Mayo Clinic – Understanding NIPAH Virus: A medical perspective on NIPAH Virus symptoms and treatments.

  4. PubMed – NIPAH Virus Research Articles: A collection of scientific papers and articles on NIPAH Virus for more advanced reading.

  5. Journal of Virology – NIPAH Virus: An Emerging Paramyxovirus: A scientific paper that explores the paramyxovirus family to which NIPAH belongs.

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