आँखों की रौशनी तेज करने के लिए करे ये उपाय – Home Remedies For Eye-Sight
- आँवले के सेवन से आँखों की दृष्टि बढ़ती हैपाँव भर पानी में १०० ग्राम सूखा आंवला रात में भिगो दे प्रातः इस पानी को छानकर आँखे धोए इससे आँखों के सभी रोग दूर होते हे और दृष्टि बढ़ती है।
- सूखे आंवले के चूर्ण की एक चाय की चम्मच की फांकी रात को पानी जसे ले।
- गाजर में विटामिन -A होने के कारण इसका रस आँखों की कमजोरी दूर करता है बुढापे में भी ऐनक से पढ़ सकते है एक ग्लास गाजर का रस शाम को चार बजे चालीस दिन पिए।
- मसूर की दाल ले . इसकी दाल घी से छौंककर तलकर खाने से नेत्रो को शक्ति मिलती है।
- प्याज के रस को आंखों में डालते रहने से नेत्रज्योति बनी रहती है इस प्रयोग को निरंतर करे।
- लौंग नेत्रो के लिए हितकारी है।
Eye sight |
आँखों का कीचड़, पिली आंखे, लाल आँखों को स्वस्थ और सफ़ेद बनाने के उपाय – Remedies For Eye Slime
- गुलाबजल १२ ग्राम नीम्बू का रस ५ बूँद ,शहद ,५ बूँद मिलाकर एक एक बूँद नित्य चार बार डालने से आँखे साफ़ रहती है, यदि इससे जलन तेज हो तो गुलाबजल और मिला ले।
- एक चम्मचपणी में एक बूँद नीम्बू का रस डालकर दो दो बूँद आंको में डाले इससे आँखे स्वस्थ्य रहेगी और सामान्य रोग दूर होंगे।
- नेत्रज्योति बढ़ाने के लिए दिन में आँखों के चारो तरफ सूखी मालिश करे अर्थात चिकनाई न लगाए।
- रात को सोते समय ललाट पर घी की मालिश करे।
- सूर्योदय के समय सूर्य के समय खड़े होकर हांथो की उंगलिया आँखों पर इस तरह रखे की जाली से बन जाये , इसमें से सूर्य किरणे आँखों पर पड़े इस प्रकार दस मिनट सूर्य दर्शन करके ठंडे पानी से नेत्र धोकर चेहरे की मालिश करे प्रतिदिन शाम को जब धुप तेज न हो ए आँखे बंद करके सूर्य के सामने बैठ जाये शरीर को बाये से दायें घुमाये नित्य ऐसा २० मिनट तक करे , फिर आँखों को ठंडे पानी से धोये इससे नेत्रो को आराम मिलता है तथा नेत्र स्वस्थ रहते है।
नेत्र ज्योति (Eye Sight) या आँखों की देखने की शक्ति बढ़ाने के ईलाज – Remedies For Improve Eye Sight
डरावने चित्र ,चिंताए सरदार ,रुसी विषय भगो में अधिक आसक्ति से नेत्र दृष्टि दुर्बल होती है, नेत्र दृष्टि चाहे पास की हो या दूर की हो , चिंता और मानसिक तनाव से कमजोर होती है दृष्टि कमजोर होते ही तुरंत चस्मा नहीं लेना चहिये , नेत्रो को आराम दे नेत्र शक्ति बढाने का प्रयास करे ।
- हर पूर्णमाशी की रात को १५ मिनट चंद्र दर्शन करे।
- दिन में कई बार आँखे बंद करके ठन्डे पानी से छीटे दे साफ़ मोटे कपडे की ४ परत करके पानी में भिगोकर आँखों र रखे गरम होने पर हटा दे यह क्रिया दिन में कई बार करे इससे नेत्र स्वस्थ रहेगे आँखों में कोई भी रोग हो इन क्रियाओं से लाभ होगा।
- चमेली के फूलो की डंडी और मिश्री सामान भाग लेकर खरल करके आँखों में लगाने से ज्योति तेज होती है।
- सौंफ व शक्कर सात माशे मिलाकर पीस ले और सोते समय फांक कर सो जाने से आँख की रौशनी बढ़ जाती है।
- हल्दी की गाँठ को नीम के रस में डुबोकर कांच बर्तन में रख दे और चालीस दिन तक उसी बर्तन में रखा रहने दे बाद में हल्दी को गुलाबजल में घिस कर रात में सोते समय लगाने से आँखों की ज्योति बढ़ जाती है।
- लाल चन्दन घिस कर आँखों और कनपटी पर लेप करने से भी आँखों की ज्योति बढ़ जाती है।
- चिली हुई हल्दी तीन माशा काली मिर्च एक माशा ए गीली हरड़ का छिलका दो माशा लेकर गुलाबजल या ताजे पानी में घोटकर आँखों में लगाने से आँखों की ज्योति बढ़ जाती है।
- निर्मली के बीजो को पानी में घिसकर लगाने से आँखों की ज्योति बढ़ जाती है।
- चार ग्राम आंवले का रस एचार ग्राम अश्वगंधा चूर्णए चार ग्राम मुलहठी का चूर्ण मिलाकर तीन महीने तक लगातार सेवन करने से आँखों की ज्योति बढ़ती है।
- फूलगोभी का रस पीने से आँखों की कंजोती दूर होती है।
- परवल का साग नेत्र रोगों में हितकारी है।
- आँखों के आगे अँधेरा आता हो तो आंवले का रस पानी में मिलाकर सुबह शाम चार दिन पीने से लाभ होता है।
- इसके निरंतर प्रयोग से नेत्रदृष्टि बढ़ जाती है प्याज के रस को गुलाबजल में मिलाकर आँखों में डालते रहने से नेत्र ज्योति बढ़ती है धुंध जाल नाखूना – गुबार और मोतियाबिंद दूर हो जाते है यह अनुभूत औषधि है।
- ताज़ा दूध छान कर बिना गर्म किये मिश्री या शहद , भीगी हुई २० ग्राम किशमिश खाकर इसका पानी मिलाकर चालीस दिन पीने से नेत्रज्योति बाधति है।
- बेर ठंडा रक्तशोधक और नेत्रज्योति बढ़ाता है।
- अल्पदृष्टि में टमाटर लाभदायक है इसके रस का एक ग्लास नित्य पिए।
- गाजर और पालक प्रत्येक का रस १२५ ग्राम मिलाकर पिए इससे नेत्रज्योति बढ़ेगी ।
- गेहू के पौधे का रस पीने से आँखों की रौशनी बढ़ती है यह चालीस दिन करे ।
- नेत्र ज्योति बढ़ाने हेतु घी मिश्री मिलाकर खाये घी खाना भी आँखों के लिए हितकारी है ह्रदय रोगी यह न खाये ।
- एक चम्मच गर्म घी में दस काली मिर्च पीसकर मिला ले और प्रातः पी जाये इससे नेत्र ज्योति बढ़ती हैलंबे समय तक पीते रहने से चश्मा उतर जाता है।
- पैरो के तलवो में सरसो के तेल की मालिश करने से आँखों की रौशनी बढ़ती है।
- १० बादाम रात को भिगो दे सुबह छिलका उतार कर १२ ग्रा मक्खन और मिश्री मिलाकर एक दो माह खाने से नेत्र ज्योति ठीक हो जाती है।
- चालीस दिन तक सात बादाम एमिश्री सौफ .ये दोनों १०.१० ग्राम पीसकर रात को गर्म दूध के साथ लेने से नेत्र ज्योति तेज हो जाती है।
- भोजन के बाद सौफ खाने से नेत्र ज्योति बढ़ती है।
- आधा चम्मच पिसी हुई सौफ ए एक चम्मच शक्कर मिलाकर दूध से फांकी ले एनेत्र ज्योति बढ़ेगी।
- घी एकाली मिर्च मिश्री मिलाकर चाटेद्य इससे नेत्र ज्योति बढ़ती है ।
- पिसी हुई काली मिर्च में घी मिलाकर खुला हुआ चांदनी रात में रखे और यह आधा चम्मच नित्य ले।
- हरा धनिया अकेले आंवले के साथ पीसकर खाने से आँखों की कमजोरी दूर होती हैए नित्य बढ़ती है ।
- प्रातः नंगे पाँव हरी दूब पर तीन माह गर्मी में चलने से आँखों की कमजोरी दूर होती है।
- नाव भाग छोटी मक्खी का शहद ए एक भाग अदरक का रस एएक भाग निम्बू का रस और एक भाग सफ़ेद पयाज का रस इन सबको मिलाकर छानकर एक बूँद सुबह शाम आँखों में लंबे समय तक डालते रहे इससे मोतियाबिंद दूर हो जाता है ।
- पालक का रस पीने से नेत्र ज्योति बढ़ती है।
- सीधे तन कर बैठे द्य शरीर का कोई भाग न हिलाये पुतलियों को पहले ऊपर की और ले जाए फिर नीचे की और ले आये ऐसा पांच-छह बार करे पुतलियों को बाई व दाई और पाँच छह बार घुमाये इसी प्रकार पुतलियों को क्लॉकवाइज चक्राकार घुमाये यह क्रिया कम से कम चार छह बार करे पहले इन क्रियाओ को शनैः -शनैः करने का अभ्यास करे फिर जल्दी जल्दी करे द्य बीच -बीच में दो या तीन बार विश्राम भी दे इससे दृष्टि तेज होती है ए नेत्र पेशियों का तनाव समाप्त होता हैद्य इससे चश्मा भी हट जाता है।