Hindi nuskha for sardi-jukam relief using tulsi and adrak

Ear Problem (कान का दर्द) Treatment Hindi

Table of Contents

कान की समस्याएँ और उनके उपचार विकल्प

कान से संबंधित समस्याओं के विभिन्न प्रकार हो सकते हैं और इन समस्याओं के उपचार के लिए कई विकल्प हो सकते हैं। यहाँ कुछ सामान्य कान समस्याओं की जानकारी दी गई है:

      1. शोर में ज्यादा रहना: बहुत अधिक शोर युक्त पर्यावरण में बार-बार रहने से कान के अंदरीय बाल कोशिकाएँ क्षतिग्रस्त हो सकती हैं, जिससे टिनिटस हो सकता है।
      2. आयु संबंधित सुनने की क्षमता की कमी: उम्र बढ़ने के साथ आपके सुनने की क्षमता में कमी आ सकती है, जिससे टिनिटस का खतरा बढ़ सकता है।
      3. कान में मैल जमना: कान की मैल अगर ज्यादा जम जाए तो वह आपकी सुनने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है और टिनिटस पैदा कर सकती है।
      4. बाहरी कान में चोट: चोट या अच्छी तरह से न होने वाली सफाई से कान में जलन या दर्द हो सकता है और टिनिटस हो सकता है।
      5. अधिक दवाएँ लेना: कुछ दवाएँ भी कान में गूँज पैदा कर सकती हैं। इसलिए यदि आपको लगता है कि आपकी दवा से यह समस्या हो रही है, तो डॉक्टर से परामर्श करें।
      6. कान में संक्रमण: कान में होने वाले संक्रमण भी टिनिटस का कारण बन सकते हैं।

    कान में दर्द, पकना, हवा, पानी बहना, मवाद न आने के उपचार: Ear Pain, Infection, Fluid Discharge, and Wax Blockage Problem, Solution & Treatment :

    1. प्याज को गर्म करके उसका रस निचोड़ें और कान में डालें, इससे दर्द में आराम मिलेगा।
    2.  काली लहसुन, सिंदूर और तिल का तेल मिलाकर पकाएं। लहसुन जल जाने पर तेल को छान लें। इस तेल की 2 बूँद रोज कान में डालें, इससे आराम मिलेगा।
    3.  लहसुन, मूली और अदरक का रस मिलाकर गर्म करें। इसे कान में डालने से पाकी हुई फुंसी खत्म हो जाएगी।
    4. पुदीने का रस कान में डालने से कान के कीड़े मर जाते हैं।
    5. भुनी हुई फिटकरी को कान में डालने पर और उस पर निम्बू का रस डालने से कान का दर्द तुरंत दूर हो जाता है
    6. नीम के पत्तों का उबला हुआ पानी से कान साफ करें और निबोली के तेल की 2-4 बूंदें दिन में दो बार कान में डालें। इससे कान की खुजली में आराम मिलता है।
    7. प्याज को गर्म करके भूने और उसका रस कान में डालें। इससे कान के दर्द में आराम मिलेगा।
    8.  लहसुन, सिंदूर और तिल के तेल का मिश्रण तैयार करें और उसकी 2 बूँदें रोज कान में डालें। इससे कान के सभी रोगों में आराम मिलेगा।
    9. कान के पकने व फुंशी ठीक करने के घरेलु उपाय: लहसुन, मूली और अदरक के रस को मिलाकर गर्म करें और उसे कान में डालें। इससे कान  होने वाली फुंसी खत्म हो जाती है
    10. मुलेठी का अद्वितीय उपचार: मुलेठी को घी में मिलाकर हल्का गर्म करें। इसका लेप कान के आसपास लगाने से दर्द में राहत मिलेगी।
    11. अरंडी पत्ता और तिल-तेल: अरंडी के पत्तों को गर्म तिल-तेल में भिगोकर कान के आसपास सेकई करने से भी दर्द में आराम होता है।
    12. सरसों का तेल २० ml और बोरिक एसिड ५ ग्राम का मिश्रण बनाएं। पहले सरसों का तेल को अच्छे से गर्म करें और फिर इसमें बोरिक एसिड मिलाएं। मिश्रण को हल्का गर्म होने दें और फिर इसे धीरे से कान में डालें। चाहे आपका कान दर्द कितने भी साल पुराना हो, यह घरेलू उपाय आपको तुरंत आराम दिला सकता है। साथ ही, इससे कान से आने वाली पीप या मवाद की समस्या भी दूर होती है। इस अद्वितीय नुस्खे का प्रयोग कम से कम १५ दिन तक करें।
    13. सरसों के तेल में अदरक का रस मिलाकर गर्म करें। इसकी कुछ बूँदें दर्द वाले कान में डालने से राहत मिलेगी।
    14. गोंद के पते: गोंद के पतों का रस गर्म करके कान में डालें। इससे कान के दर्द में सूजन कम होती है।
    15. कान बहने की दवा: अगर कान से पीप या मवाद आ रहा है, तो गुग्गुल का धुआं कान पे लगाने से पीप आना बंद हो जाएगी।
    16. नीम के पत्ते पानी में उबालें और इस पानी से कान साफ करें। उसके बाद, निबोली के तेल को गर्म करके 2-4 बूँदे दिन में दो बार कान में डालें। इससे कान में खुजली में आराम मिलेगा।
    17. कान के दर्द की ड्रॉप: भुनी हुई फिटकरी और निम्बू का रस कान में डालने से कान का दर्द तुरंत दूर हो जाता है।
    18. कान में दर्द क्यों होता है: अक्सर, जब अंदर से कुछ संक्रमण होता है तो दर्द होता है। इसका सरल उपाय है ग्वारपाठे का रस। इसे गर्म करके कुछ बूंद कान में डालने से तुरंत राहत मिलती है।
    19. समुद्रसोख को बारीक पीसकर और नींबू का रस डालकर इस मिश्रण को कान में डालने से दर्द तत्काल कम होता है।
    20. मस्टोइडाइटिस in Hindi (कान की एक स्थिति): समुद्रफल और केसर का मिश्रण घी में डालकर कान में डालने से इस समस्या से आराम मिलता है।
    21. सहजन की छाल का रस एक प्रभावी कान दर्द का घरेलू उपचार है, जिससे तुरंत आराम मिलता है।
    22. कान बहने की ड्रॉप: कोयली के पत्तों के रस और नमक का मिश्रण से तैयार लेप कान को सूजन और दर्द से बचाता है।
    23. जब कान दर्द का इलाज चाहिए, तो घी-ग्वार के पत्ते का रस दूसरे कान में टपकाने से आराम मिलता है।
    24. कान का मतलब क्या होता है: कान हमारे शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा है और जामुन का तेल कान के दर्द में भी लाभकारी होता है।
    25. कान दर्द का दवा: अलसी के तेल को गर्म करके कान में डालने से दर्द तुरंत दूर होता है।
    26. कान के दर्द की दवा: सरसों के तेल को गर्म करके उसे कान में डालने से दर्द तुरंत दूर होता है। यह एक प्राचीन और प्रभावी घरेलू उपाय है।
    27. घरेलू उपाय कान के दर्द के लिए: प्याज का रस गुनगुना करके कान में डालने पर तुरंत आराम मिलता है। यह एक प्राकृतिक और सहज उपाय है कान के दर्द को दूर करने के लिए।
    28. आराम दिलाने वाली कान की दवा: अदरक का रस भी वैसे ही प्रभावी है जैसे प्याज का रस। इसे गुनगुना करके कान में डालने से दर्द में आराम मिलता है।
    29. तिल और लहसुन से कान के दर्द की दवा: तिल के तेल में लहसुन की आधी कली को डालकर गुनगुना करके कान में डालने से दर्द से छुटकारा मिलता है। यह उपाय दर्द और सूजन दोनों को दूर करता है।

      1. शोर में ज्यादा रहना: बहुत अधिक शोर युक्त पर्यावरण में बार-बार रहने से कान के अंदरीय बाल कोशिकाएँ क्षतिग्रस्त हो सकती हैं, जिससे टिनिटस हो सकता है।
      2. आयु संबंधित सुनने की क्षमता की कमी: उम्र बढ़ने के साथ आपके सुनने की क्षमता में कमी आ सकती है, जिससे टिनिटस का खतरा बढ़ सकता है।
      3. कान में मैल जमना: कान की मैल अगर ज्यादा जम जाए तो वह आपकी सुनने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है और टिनिटस पैदा कर सकती है।
      4. बाहरी कान में चोट: चोट या अच्छी तरह से न होने वाली सफाई से कान में जलन या दर्द हो सकता है और टिनिटस हो सकता है।
      5. अधिक दवाएँ लेना: कुछ दवाएँ भी कान में गूँज पैदा कर सकती हैं। इसलिए यदि आपको लगता है कि आपकी दवा से यह समस्या हो रही है, तो डॉक्टर से परामर्श करें।
      6. कान में संक्रमण: कान में होने वाले संक्रमण भी टिनिटस का कारण बन सकते हैं।

    कान में दर्द, पकना, हवा, पानी बहना, मवाद न आने के उपचार: Ear Pain, Infection, Fluid Discharge, and Wax Blockage Problem, Solution & Treatment :

    1. प्याज को गर्म करके उसका रस निचोड़ें और कान में डालें, इससे दर्द में आराम मिलेगा।
    2.  काली लहसुन, सिंदूर और तिल का तेल मिलाकर पकाएं। लहसुन जल जाने पर तेल को छान लें। इस तेल की 2 बूँद रोज कान में डालें, इससे आराम मिलेगा।
    3.  लहसुन, मूली और अदरक का रस मिलाकर गर्म करें। इसे कान में डालने से पाकी हुई फुंसी खत्म हो जाएगी।
    4. पुदीने का रस कान में डालने से कान के कीड़े मर जाते हैं।
    5. भुनी हुई फिटकरी को कान में डालने पर और उस पर निम्बू का रस डालने से कान का दर्द तुरंत दूर हो जाता है
    6. नीम के पत्तों का उबला हुआ पानी से कान साफ करें और निबोली के तेल की 2-4 बूंदें दिन में दो बार कान में डालें। इससे कान की खुजली में आराम मिलता है।
    7. प्याज को गर्म करके भूने और उसका रस कान में डालें। इससे कान के दर्द में आराम मिलेगा।
    8.  लहसुन, सिंदूर और तिल के तेल का मिश्रण तैयार करें और उसकी 2 बूँदें रोज कान में डालें। इससे कान के सभी रोगों में आराम मिलेगा।
    9. कान के पकने व फुंशी ठीक करने के घरेलु उपाय: लहसुन, मूली और अदरक के रस को मिलाकर गर्म करें और उसे कान में डालें। इससे कान  होने वाली फुंसी खत्म हो जाती है
    10. मुलेठी का अद्वितीय उपचार: मुलेठी को घी में मिलाकर हल्का गर्म करें। इसका लेप कान के आसपास लगाने से दर्द में राहत मिलेगी।
    11. अरंडी पत्ता और तिल-तेल: अरंडी के पत्तों को गर्म तिल-तेल में भिगोकर कान के आसपास सेकई करने से भी दर्द में आराम होता है।
    12. सरसों का तेल २० ml और बोरिक एसिड ५ ग्राम का मिश्रण बनाएं। पहले सरसों का तेल को अच्छे से गर्म करें और फिर इसमें बोरिक एसिड मिलाएं। मिश्रण को हल्का गर्म होने दें और फिर इसे धीरे से कान में डालें। चाहे आपका कान दर्द कितने भी साल पुराना हो, यह घरेलू उपाय आपको तुरंत आराम दिला सकता है। साथ ही, इससे कान से आने वाली पीप या मवाद की समस्या भी दूर होती है। इस अद्वितीय नुस्खे का प्रयोग कम से कम १५ दिन तक करें।
    13. सरसों के तेल में अदरक का रस मिलाकर गर्म करें। इसकी कुछ बूँदें दर्द वाले कान में डालने से राहत मिलेगी।
    14. गोंद के पते: गोंद के पतों का रस गर्म करके कान में डालें। इससे कान के दर्द में सूजन कम होती है।
    15. कान बहने की दवा: अगर कान से पीप या मवाद आ रहा है, तो गुग्गुल का धुआं कान पे लगाने से पीप आना बंद हो जाएगी।
    16. नीम के पत्ते पानी में उबालें और इस पानी से कान साफ करें। उसके बाद, निबोली के तेल को गर्म करके 2-4 बूँदे दिन में दो बार कान में डालें। इससे कान में खुजली में आराम मिलेगा।
    17. कान के दर्द की ड्रॉप: भुनी हुई फिटकरी और निम्बू का रस कान में डालने से कान का दर्द तुरंत दूर हो जाता है।
    18. कान में दर्द क्यों होता है: अक्सर, जब अंदर से कुछ संक्रमण होता है तो दर्द होता है। इसका सरल उपाय है ग्वारपाठे का रस। इसे गर्म करके कुछ बूंद कान में डालने से तुरंत राहत मिलती है।
    19. समुद्रसोख को बारीक पीसकर और नींबू का रस डालकर इस मिश्रण को कान में डालने से दर्द तत्काल कम होता है।
    20. मस्टोइडाइटिस in Hindi (कान की एक स्थिति): समुद्रफल और केसर का मिश्रण घी में डालकर कान में डालने से इस समस्या से आराम मिलता है।
    21. सहजन की छाल का रस एक प्रभावी कान दर्द का घरेलू उपचार है, जिससे तुरंत आराम मिलता है।
    22. कान बहने की ड्रॉप: कोयली के पत्तों के रस और नमक का मिश्रण से तैयार लेप कान को सूजन और दर्द से बचाता है।
    23. जब कान दर्द का इलाज चाहिए, तो घी-ग्वार के पत्ते का रस दूसरे कान में टपकाने से आराम मिलता है।
    24. कान का मतलब क्या होता है: कान हमारे शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा है और जामुन का तेल कान के दर्द में भी लाभकारी होता है।
    25. कान दर्द का दवा: अलसी के तेल को गर्म करके कान में डालने से दर्द तुरंत दूर होता है।
    26. कान के दर्द की दवा: सरसों के तेल को गर्म करके उसे कान में डालने से दर्द तुरंत दूर होता है। यह एक प्राचीन और प्रभावी घरेलू उपाय है।
    27. घरेलू उपाय कान के दर्द के लिए: प्याज का रस गुनगुना करके कान में डालने पर तुरंत आराम मिलता है। यह एक प्राकृतिक और सहज उपाय है कान के दर्द को दूर करने के लिए।
    28. आराम दिलाने वाली कान की दवा: अदरक का रस भी वैसे ही प्रभावी है जैसे प्याज का रस। इसे गुनगुना करके कान में डालने से दर्द में आराम मिलता है।
    29. तिल और लहसुन से कान के दर्द की दवा: तिल के तेल में लहसुन की आधी कली को डालकर गुनगुना करके कान में डालने से दर्द से छुटकारा मिलता है। यह उपाय दर्द और सूजन दोनों को दूर करता है।

    • नमकीन गरम पानी से सेंकना:
            • गरम पानी में थोड़ी सी नमक मिलाएं।
            • इस पानी से कान के नीचे दर्द वाले स्थान को सेंकें।

      कान में दर्द, हवा और पानी बहना: मुख्य कारण और उपाय – Ear Problems Causes

      कान में आवाज़ या गूँज आने की स्थिति को टिनिटस (Tinnitus) कहते हैं। यह एक आम समस्या है जिससे बहुत सारे लोग प्रभावित होते हैं। निम्नलिखित हैं कुछ मुख्य कारण जो कान में आवाज़ की समस्या को उत्पन्न कर सकते हैं:

        1. शोर में ज्यादा रहना: बहुत अधिक शोर युक्त पर्यावरण में बार-बार रहने से कान के अंदरीय बाल कोशिकाएँ क्षतिग्रस्त हो सकती हैं, जिससे टिनिटस हो सकता है।
        2. आयु संबंधित सुनने की क्षमता की कमी: उम्र बढ़ने के साथ आपके सुनने की क्षमता में कमी आ सकती है, जिससे टिनिटस का खतरा बढ़ सकता है।
        3. कान में मैल जमना: कान की मैल अगर ज्यादा जम जाए तो वह आपकी सुनने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है और टिनिटस पैदा कर सकती है।
        4. बाहरी कान में चोट: चोट या अच्छी तरह से न होने वाली सफाई से कान में जलन या दर्द हो सकता है और टिनिटस हो सकता है।
        5. अधिक दवाएँ लेना: कुछ दवाएँ भी कान में गूँज पैदा कर सकती हैं। इसलिए यदि आपको लगता है कि आपकी दवा से यह समस्या हो रही है, तो डॉक्टर से परामर्श करें।
        6. कान में संक्रमण: कान में होने वाले संक्रमण भी टिनिटस का कारण बन सकते हैं।

      कान में दर्द, पकना, हवा, पानी बहना, मवाद न आने के उपचार: Ear Pain, Infection, Fluid Discharge, and Wax Blockage Problem, Solution & Treatment :

      1. प्याज को गर्म करके उसका रस निचोड़ें और कान में डालें, इससे दर्द में आराम मिलेगा।
      2.  काली लहसुन, सिंदूर और तिल का तेल मिलाकर पकाएं। लहसुन जल जाने पर तेल को छान लें। इस तेल की 2 बूँद रोज कान में डालें, इससे आराम मिलेगा।
      3.  लहसुन, मूली और अदरक का रस मिलाकर गर्म करें। इसे कान में डालने से पाकी हुई फुंसी खत्म हो जाएगी।
      4. पुदीने का रस कान में डालने से कान के कीड़े मर जाते हैं।
      5. भुनी हुई फिटकरी को कान में डालने पर और उस पर निम्बू का रस डालने से कान का दर्द तुरंत दूर हो जाता है
      6. नीम के पत्तों का उबला हुआ पानी से कान साफ करें और निबोली के तेल की 2-4 बूंदें दिन में दो बार कान में डालें। इससे कान की खुजली में आराम मिलता है।
      7. प्याज को गर्म करके भूने और उसका रस कान में डालें। इससे कान के दर्द में आराम मिलेगा।
      8.  लहसुन, सिंदूर और तिल के तेल का मिश्रण तैयार करें और उसकी 2 बूँदें रोज कान में डालें। इससे कान के सभी रोगों में आराम मिलेगा।
      9. कान के पकने व फुंशी ठीक करने के घरेलु उपाय: लहसुन, मूली और अदरक के रस को मिलाकर गर्म करें और उसे कान में डालें। इससे कान  होने वाली फुंसी खत्म हो जाती है
      10. मुलेठी का अद्वितीय उपचार: मुलेठी को घी में मिलाकर हल्का गर्म करें। इसका लेप कान के आसपास लगाने से दर्द में राहत मिलेगी।
      11. अरंडी पत्ता और तिल-तेल: अरंडी के पत्तों को गर्म तिल-तेल में भिगोकर कान के आसपास सेकई करने से भी दर्द में आराम होता है।
      12. सरसों का तेल २० ml और बोरिक एसिड ५ ग्राम का मिश्रण बनाएं। पहले सरसों का तेल को अच्छे से गर्म करें और फिर इसमें बोरिक एसिड मिलाएं। मिश्रण को हल्का गर्म होने दें और फिर इसे धीरे से कान में डालें। चाहे आपका कान दर्द कितने भी साल पुराना हो, यह घरेलू उपाय आपको तुरंत आराम दिला सकता है। साथ ही, इससे कान से आने वाली पीप या मवाद की समस्या भी दूर होती है। इस अद्वितीय नुस्खे का प्रयोग कम से कम १५ दिन तक करें।
      13. सरसों के तेल में अदरक का रस मिलाकर गर्म करें। इसकी कुछ बूँदें दर्द वाले कान में डालने से राहत मिलेगी।
      14. गोंद के पते: गोंद के पतों का रस गर्म करके कान में डालें। इससे कान के दर्द में सूजन कम होती है।
      15. कान बहने की दवा: अगर कान से पीप या मवाद आ रहा है, तो गुग्गुल का धुआं कान पे लगाने से पीप आना बंद हो जाएगी।
      16. नीम के पत्ते पानी में उबालें और इस पानी से कान साफ करें। उसके बाद, निबोली के तेल को गर्म करके 2-4 बूँदे दिन में दो बार कान में डालें। इससे कान में खुजली में आराम मिलेगा।
      17. कान के दर्द की ड्रॉप: भुनी हुई फिटकरी और निम्बू का रस कान में डालने से कान का दर्द तुरंत दूर हो जाता है।
      18. कान में दर्द क्यों होता है: अक्सर, जब अंदर से कुछ संक्रमण होता है तो दर्द होता है। इसका सरल उपाय है ग्वारपाठे का रस। इसे गर्म करके कुछ बूंद कान में डालने से तुरंत राहत मिलती है।
      19. समुद्रसोख को बारीक पीसकर और नींबू का रस डालकर इस मिश्रण को कान में डालने से दर्द तत्काल कम होता है।
      20. मस्टोइडाइटिस in Hindi (कान की एक स्थिति): समुद्रफल और केसर का मिश्रण घी में डालकर कान में डालने से इस समस्या से आराम मिलता है।
      21. सहजन की छाल का रस एक प्रभावी कान दर्द का घरेलू उपचार है, जिससे तुरंत आराम मिलता है।
      22. कान बहने की ड्रॉप: कोयली के पत्तों के रस और नमक का मिश्रण से तैयार लेप कान को सूजन और दर्द से बचाता है।
      23. जब कान दर्द का इलाज चाहिए, तो घी-ग्वार के पत्ते का रस दूसरे कान में टपकाने से आराम मिलता है।
      24. कान का मतलब क्या होता है: कान हमारे शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा है और जामुन का तेल कान के दर्द में भी लाभकारी होता है।
      25. कान दर्द का दवा: अलसी के तेल को गर्म करके कान में डालने से दर्द तुरंत दूर होता है।
      26. कान के दर्द की दवा: सरसों के तेल को गर्म करके उसे कान में डालने से दर्द तुरंत दूर होता है। यह एक प्राचीन और प्रभावी घरेलू उपाय है।
      27. घरेलू उपाय कान के दर्द के लिए: प्याज का रस गुनगुना करके कान में डालने पर तुरंत आराम मिलता है। यह एक प्राकृतिक और सहज उपाय है कान के दर्द को दूर करने के लिए।
      28. आराम दिलाने वाली कान की दवा: अदरक का रस भी वैसे ही प्रभावी है जैसे प्याज का रस। इसे गुनगुना करके कान में डालने से दर्द में आराम मिलता है।
      29. तिल और लहसुन से कान के दर्द की दवा: तिल के तेल में लहसुन की आधी कली को डालकर गुनगुना करके कान में डालने से दर्द से छुटकारा मिलता है। यह उपाय दर्द और सूजन दोनों को दूर करता है।

      कान में दर्द, हवा और पानी बहना: मुख्य कारण और उपाय – Ear Problems Causes

      कान में आवाज़ या गूँज आने की स्थिति को टिनिटस (Tinnitus) कहते हैं। यह एक आम समस्या है जिससे बहुत सारे लोग प्रभावित होते हैं। निम्नलिखित हैं कुछ मुख्य कारण जो कान में आवाज़ की समस्या को उत्पन्न कर सकते हैं:

        1. शोर में ज्यादा रहना: बहुत अधिक शोर युक्त पर्यावरण में बार-बार रहने से कान के अंदरीय बाल कोशिकाएँ क्षतिग्रस्त हो सकती हैं, जिससे टिनिटस हो सकता है।
        2. आयु संबंधित सुनने की क्षमता की कमी: उम्र बढ़ने के साथ आपके सुनने की क्षमता में कमी आ सकती है, जिससे टिनिटस का खतरा बढ़ सकता है।
        3. कान में मैल जमना: कान की मैल अगर ज्यादा जम जाए तो वह आपकी सुनने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है और टिनिटस पैदा कर सकती है।
        4. बाहरी कान में चोट: चोट या अच्छी तरह से न होने वाली सफाई से कान में जलन या दर्द हो सकता है और टिनिटस हो सकता है।
        5. अधिक दवाएँ लेना: कुछ दवाएँ भी कान में गूँज पैदा कर सकती हैं। इसलिए यदि आपको लगता है कि आपकी दवा से यह समस्या हो रही है, तो डॉक्टर से परामर्श करें।
        6. कान में संक्रमण: कान में होने वाले संक्रमण भी टिनिटस का कारण बन सकते हैं।

      कान में दर्द, पकना, हवा, पानी बहना, मवाद न आने के उपचार: Ear Pain, Infection, Fluid Discharge, and Wax Blockage Problem, Solution & Treatment :

      1. प्याज को गर्म करके उसका रस निचोड़ें और कान में डालें, इससे दर्द में आराम मिलेगा।
      2.  काली लहसुन, सिंदूर और तिल का तेल मिलाकर पकाएं। लहसुन जल जाने पर तेल को छान लें। इस तेल की 2 बूँद रोज कान में डालें, इससे आराम मिलेगा।
      3.  लहसुन, मूली और अदरक का रस मिलाकर गर्म करें। इसे कान में डालने से पाकी हुई फुंसी खत्म हो जाएगी।
      4. पुदीने का रस कान में डालने से कान के कीड़े मर जाते हैं।
      5. भुनी हुई फिटकरी को कान में डालने पर और उस पर निम्बू का रस डालने से कान का दर्द तुरंत दूर हो जाता है
      6. नीम के पत्तों का उबला हुआ पानी से कान साफ करें और निबोली के तेल की 2-4 बूंदें दिन में दो बार कान में डालें। इससे कान की खुजली में आराम मिलता है।
      7. प्याज को गर्म करके भूने और उसका रस कान में डालें। इससे कान के दर्द में आराम मिलेगा।
      8.  लहसुन, सिंदूर और तिल के तेल का मिश्रण तैयार करें और उसकी 2 बूँदें रोज कान में डालें। इससे कान के सभी रोगों में आराम मिलेगा।
      9. कान के पकने व फुंशी ठीक करने के घरेलु उपाय: लहसुन, मूली और अदरक के रस को मिलाकर गर्म करें और उसे कान में डालें। इससे कान  होने वाली फुंसी खत्म हो जाती है
      10. मुलेठी का अद्वितीय उपचार: मुलेठी को घी में मिलाकर हल्का गर्म करें। इसका लेप कान के आसपास लगाने से दर्द में राहत मिलेगी।
      11. अरंडी पत्ता और तिल-तेल: अरंडी के पत्तों को गर्म तिल-तेल में भिगोकर कान के आसपास सेकई करने से भी दर्द में आराम होता है।
      12. सरसों का तेल २० ml और बोरिक एसिड ५ ग्राम का मिश्रण बनाएं। पहले सरसों का तेल को अच्छे से गर्म करें और फिर इसमें बोरिक एसिड मिलाएं। मिश्रण को हल्का गर्म होने दें और फिर इसे धीरे से कान में डालें। चाहे आपका कान दर्द कितने भी साल पुराना हो, यह घरेलू उपाय आपको तुरंत आराम दिला सकता है। साथ ही, इससे कान से आने वाली पीप या मवाद की समस्या भी दूर होती है। इस अद्वितीय नुस्खे का प्रयोग कम से कम १५ दिन तक करें।
      13. सरसों के तेल में अदरक का रस मिलाकर गर्म करें। इसकी कुछ बूँदें दर्द वाले कान में डालने से राहत मिलेगी।
      14. गोंद के पते: गोंद के पतों का रस गर्म करके कान में डालें। इससे कान के दर्द में सूजन कम होती है।
      15. कान बहने की दवा: अगर कान से पीप या मवाद आ रहा है, तो गुग्गुल का धुआं कान पे लगाने से पीप आना बंद हो जाएगी।
      16. नीम के पत्ते पानी में उबालें और इस पानी से कान साफ करें। उसके बाद, निबोली के तेल को गर्म करके 2-4 बूँदे दिन में दो बार कान में डालें। इससे कान में खुजली में आराम मिलेगा।
      17. कान के दर्द की ड्रॉप: भुनी हुई फिटकरी और निम्बू का रस कान में डालने से कान का दर्द तुरंत दूर हो जाता है।
      18. कान में दर्द क्यों होता है: अक्सर, जब अंदर से कुछ संक्रमण होता है तो दर्द होता है। इसका सरल उपाय है ग्वारपाठे का रस। इसे गर्म करके कुछ बूंद कान में डालने से तुरंत राहत मिलती है।
      19. समुद्रसोख को बारीक पीसकर और नींबू का रस डालकर इस मिश्रण को कान में डालने से दर्द तत्काल कम होता है।
      20. मस्टोइडाइटिस in Hindi (कान की एक स्थिति): समुद्रफल और केसर का मिश्रण घी में डालकर कान में डालने से इस समस्या से आराम मिलता है।
      21. सहजन की छाल का रस एक प्रभावी कान दर्द का घरेलू उपचार है, जिससे तुरंत आराम मिलता है।
      22. कान बहने की ड्रॉप: कोयली के पत्तों के रस और नमक का मिश्रण से तैयार लेप कान को सूजन और दर्द से बचाता है।
      23. जब कान दर्द का इलाज चाहिए, तो घी-ग्वार के पत्ते का रस दूसरे कान में टपकाने से आराम मिलता है।
      24. कान का मतलब क्या होता है: कान हमारे शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा है और जामुन का तेल कान के दर्द में भी लाभकारी होता है।
      25. कान दर्द का दवा: अलसी के तेल को गर्म करके कान में डालने से दर्द तुरंत दूर होता है।
      26. कान के दर्द की दवा: सरसों के तेल को गर्म करके उसे कान में डालने से दर्द तुरंत दूर होता है। यह एक प्राचीन और प्रभावी घरेलू उपाय है।
      27. घरेलू उपाय कान के दर्द के लिए: प्याज का रस गुनगुना करके कान में डालने पर तुरंत आराम मिलता है। यह एक प्राकृतिक और सहज उपाय है कान के दर्द को दूर करने के लिए।
      28. आराम दिलाने वाली कान की दवा: अदरक का रस भी वैसे ही प्रभावी है जैसे प्याज का रस। इसे गुनगुना करके कान में डालने से दर्द में आराम मिलता है।
      29. तिल और लहसुन से कान के दर्द की दवा: तिल के तेल में लहसुन की आधी कली को डालकर गुनगुना करके कान में डालने से दर्द से छुटकारा मिलता है। यह उपाय दर्द और सूजन दोनों को दूर करता है।

        कान में दर्द, हवा और पानी बहना: मुख्य कारण और उपाय – Ear Problems Causes

        कान में आवाज़ या गूँज आने की स्थिति को टिनिटस (Tinnitus) कहते हैं। यह एक आम समस्या है जिससे बहुत सारे लोग प्रभावित होते हैं। निम्नलिखित हैं कुछ मुख्य कारण जो कान में आवाज़ की समस्या को उत्पन्न कर सकते हैं:

          1. शोर में ज्यादा रहना: बहुत अधिक शोर युक्त पर्यावरण में बार-बार रहने से कान के अंदरीय बाल कोशिकाएँ क्षतिग्रस्त हो सकती हैं, जिससे टिनिटस हो सकता है।
          2. आयु संबंधित सुनने की क्षमता की कमी: उम्र बढ़ने के साथ आपके सुनने की क्षमता में कमी आ सकती है, जिससे टिनिटस का खतरा बढ़ सकता है।
          3. कान में मैल जमना: कान की मैल अगर ज्यादा जम जाए तो वह आपकी सुनने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है और टिनिटस पैदा कर सकती है।
          4. बाहरी कान में चोट: चोट या अच्छी तरह से न होने वाली सफाई से कान में जलन या दर्द हो सकता है और टिनिटस हो सकता है।
          5. अधिक दवाएँ लेना: कुछ दवाएँ भी कान में गूँज पैदा कर सकती हैं। इसलिए यदि आपको लगता है कि आपकी दवा से यह समस्या हो रही है, तो डॉक्टर से परामर्श करें।
          6. कान में संक्रमण: कान में होने वाले संक्रमण भी टिनिटस का कारण बन सकते हैं।

        कान में दर्द, पकना, हवा, पानी बहना, मवाद न आने के उपचार: Ear Pain, Infection, Fluid Discharge, and Wax Blockage Problem, Solution & Treatment :

        1. प्याज को गर्म करके उसका रस निचोड़ें और कान में डालें, इससे दर्द में आराम मिलेगा।
        2.  काली लहसुन, सिंदूर और तिल का तेल मिलाकर पकाएं। लहसुन जल जाने पर तेल को छान लें। इस तेल की 2 बूँद रोज कान में डालें, इससे आराम मिलेगा।
        3.  लहसुन, मूली और अदरक का रस मिलाकर गर्म करें। इसे कान में डालने से पाकी हुई फुंसी खत्म हो जाएगी।
        4. पुदीने का रस कान में डालने से कान के कीड़े मर जाते हैं।
        5. भुनी हुई फिटकरी को कान में डालने पर और उस पर निम्बू का रस डालने से कान का दर्द तुरंत दूर हो जाता है
        6. नीम के पत्तों का उबला हुआ पानी से कान साफ करें और निबोली के तेल की 2-4 बूंदें दिन में दो बार कान में डालें। इससे कान की खुजली में आराम मिलता है।
        7. प्याज को गर्म करके भूने और उसका रस कान में डालें। इससे कान के दर्द में आराम मिलेगा।
        8.  लहसुन, सिंदूर और तिल के तेल का मिश्रण तैयार करें और उसकी 2 बूँदें रोज कान में डालें। इससे कान के सभी रोगों में आराम मिलेगा।
        9. कान के पकने व फुंशी ठीक करने के घरेलु उपाय: लहसुन, मूली और अदरक के रस को मिलाकर गर्म करें और उसे कान में डालें। इससे कान  होने वाली फुंसी खत्म हो जाती है
        10. मुलेठी का अद्वितीय उपचार: मुलेठी को घी में मिलाकर हल्का गर्म करें। इसका लेप कान के आसपास लगाने से दर्द में राहत मिलेगी।
        11. अरंडी पत्ता और तिल-तेल: अरंडी के पत्तों को गर्म तिल-तेल में भिगोकर कान के आसपास सेकई करने से भी दर्द में आराम होता है।
        12. सरसों का तेल २० ml और बोरिक एसिड ५ ग्राम का मिश्रण बनाएं। पहले सरसों का तेल को अच्छे से गर्म करें और फिर इसमें बोरिक एसिड मिलाएं। मिश्रण को हल्का गर्म होने दें और फिर इसे धीरे से कान में डालें। चाहे आपका कान दर्द कितने भी साल पुराना हो, यह घरेलू उपाय आपको तुरंत आराम दिला सकता है। साथ ही, इससे कान से आने वाली पीप या मवाद की समस्या भी दूर होती है। इस अद्वितीय नुस्खे का प्रयोग कम से कम १५ दिन तक करें।
        13. सरसों के तेल में अदरक का रस मिलाकर गर्म करें। इसकी कुछ बूँदें दर्द वाले कान में डालने से राहत मिलेगी।
        14. गोंद के पते: गोंद के पतों का रस गर्म करके कान में डालें। इससे कान के दर्द में सूजन कम होती है।
        15. कान बहने की दवा: अगर कान से पीप या मवाद आ रहा है, तो गुग्गुल का धुआं कान पे लगाने से पीप आना बंद हो जाएगी।
        16. नीम के पत्ते पानी में उबालें और इस पानी से कान साफ करें। उसके बाद, निबोली के तेल को गर्म करके 2-4 बूँदे दिन में दो बार कान में डालें। इससे कान में खुजली में आराम मिलेगा।
        17. कान के दर्द की ड्रॉप: भुनी हुई फिटकरी और निम्बू का रस कान में डालने से कान का दर्द तुरंत दूर हो जाता है।
        18. कान में दर्द क्यों होता है: अक्सर, जब अंदर से कुछ संक्रमण होता है तो दर्द होता है। इसका सरल उपाय है ग्वारपाठे का रस। इसे गर्म करके कुछ बूंद कान में डालने से तुरंत राहत मिलती है।
        19. समुद्रसोख को बारीक पीसकर और नींबू का रस डालकर इस मिश्रण को कान में डालने से दर्द तत्काल कम होता है।
        20. मस्टोइडाइटिस in Hindi (कान की एक स्थिति): समुद्रफल और केसर का मिश्रण घी में डालकर कान में डालने से इस समस्या से आराम मिलता है।
        21. सहजन की छाल का रस एक प्रभावी कान दर्द का घरेलू उपचार है, जिससे तुरंत आराम मिलता है।
        22. कान बहने की ड्रॉप: कोयली के पत्तों के रस और नमक का मिश्रण से तैयार लेप कान को सूजन और दर्द से बचाता है।
        23. जब कान दर्द का इलाज चाहिए, तो घी-ग्वार के पत्ते का रस दूसरे कान में टपकाने से आराम मिलता है।
        24. कान का मतलब क्या होता है: कान हमारे शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा है और जामुन का तेल कान के दर्द में भी लाभकारी होता है।
        25. कान दर्द का दवा: अलसी के तेल को गर्म करके कान में डालने से दर्द तुरंत दूर होता है।
        26. कान के दर्द की दवा: सरसों के तेल को गर्म करके उसे कान में डालने से दर्द तुरंत दूर होता है। यह एक प्राचीन और प्रभावी घरेलू उपाय है।
        27. घरेलू उपाय कान के दर्द के लिए: प्याज का रस गुनगुना करके कान में डालने पर तुरंत आराम मिलता है। यह एक प्राकृतिक और सहज उपाय है कान के दर्द को दूर करने के लिए।
        28. आराम दिलाने वाली कान की दवा: अदरक का रस भी वैसे ही प्रभावी है जैसे प्याज का रस। इसे गुनगुना करके कान में डालने से दर्द में आराम मिलता है।
        29. तिल और लहसुन से कान के दर्द की दवा: तिल के तेल में लहसुन की आधी कली को डालकर गुनगुना करके कान में डालने से दर्द से छुटकारा मिलता है। यह उपाय दर्द और सूजन दोनों को दूर करता है।
        1. कान में दर्द (Ear Pain): कान में दर्द कई कारणों की वजह से हो सकता है, जैसे कि संक्रमण, बहरे पन का परिणाम, कान की सफाई की गई नहीं होना, या शैतानी सिरे से होने वाला दर्द। यह समस्या दर्दनाक हो सकती है और इसके उपचार के लिए डॉक्टर की सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
        2. कान से खून आना (Ear Bleeding): कान से खून आना संकेत हो सकता है कि कान में संक्रमण हो सकता है या कान के अंदर की किसी तंतु की चोट या ग्रहण हो सकता है। इसका उपचार भी डॉक्टर के परामर्श से होना चाहिए।
        3. सुनाई देने की समस्या (Hearing Loss Problem): कई बार कान में सुनाई देने की समस्या हो सकती है, जिससे बातचीत में कठिनाई हो सकती है। यह समस्या बहुत सारे कारणों के कारण हो सकती है, जैसे कि बहरे पन, कान के अंदर की किसी अंग में समस्या, या ब्रेन के संवादनात्मक क्षेत्र में कोई दिक्कत।
        4. यत्रा (Tinnitus): यह एक अन्य आम समस्या है जिसमें कान में अनवांछित गूंज की सुनाई देती है, जो व्यक्ति को परेशानी में डाल सकती है। यह समस्या सुनाई देने के स्तर और गूंज की श्रेणियों में आती है और इसका कारण भी विभिन्न हो सकता है।
        5. कान की सफाई की समस्या (Ear Wax Problem): कान में अधिक मात्रा में कान की मोम होने से भी कई समस्याएँ हो सकती हैं, जैसे कि सुनाई देने में कठिनाई, दर्द या खासी।

        कान से पानी आने के उपचार (Treatment for Ear Discharge):

        अदरक और तिल का तेल:

        1. अदरक को कुचलकर इसका रस निकाल लें।
        2. इस रस में तिल का तेल मिलाएं।
        3. इस मिश्रण को धीरे से कान में डालें।

        लहसुन और मस्टर्ड तेल:

        1. 2-3 लहसुन की कलियों को मस्टर्ड तेल में डालकर उसे अच्छे से गरम करें।
        2. जब तेल ठंडा हो जाए तो, उसे छान लें और कान में डालें।

        नींबू का रस:

        तुलसी के पत्ते:

        1. तुलसी के पत्तों को कुचलकर इसका रस निकाल लें।
        2. यह रस कान में डालने से अंदर के संक्रमण से राहत मिल सकती है।

        हालांकि, यह उपचार घरेलू और सामान्य स्थितियों के लिए हैं। अगर समस्या गंभीर है या लगातार बनी रहती है, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। यदि कान से पानी अन्य प्रकार की स्राव आ रहा है, तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है, जिसे नकारात्मक तरीके से अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।

        कान के नीचे दर्द के उपचार (Solution for Pain Below the Ear)

        कई लोगों को कान के नीचे दर्द (Pain Below the Ear) की समस्या होती है। यह दर्द विभिन्न कारणों से हो सकता है, जैसे कि जोड़ों में सूजन, कान के संक्रमण, या मांसपेशियों में तनाव। निम्नलिखित हैं कुछ घरेलू उपचार जो कान के नीचे दर्द में राहत प्रदान कर सकते हैं:

          • अदरक का पेस्ट :
              • अदरक को कुचलकर इसका पेस्ट  बना लें।
              • इस पेस्ट  को दर्द वाले स्थान पर लगाएं।
              • 20-30 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो दें।

        कान में दर्द, हवा और पानी बहना: मुख्य कारण और उपाय – Ear Problems Causes

        कान में आवाज़ या गूँज आने की स्थिति को टिनिटस (Tinnitus) कहते हैं। यह एक आम समस्या है जिससे बहुत सारे लोग प्रभावित होते हैं। निम्नलिखित हैं कुछ मुख्य कारण जो कान में आवाज़ की समस्या को उत्पन्न कर सकते हैं:

          1. शोर में ज्यादा रहना: बहुत अधिक शोर युक्त पर्यावरण में बार-बार रहने से कान के अंदरीय बाल कोशिकाएँ क्षतिग्रस्त हो सकती हैं, जिससे टिनिटस हो सकता है।
          2. आयु संबंधित सुनने की क्षमता की कमी: उम्र बढ़ने के साथ आपके सुनने की क्षमता में कमी आ सकती है, जिससे टिनिटस का खतरा बढ़ सकता है।
          3. कान में मैल जमना: कान की मैल अगर ज्यादा जम जाए तो वह आपकी सुनने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है और टिनिटस पैदा कर सकती है।
          4. बाहरी कान में चोट: चोट या अच्छी तरह से न होने वाली सफाई से कान में जलन या दर्द हो सकता है और टिनिटस हो सकता है।
          5. अधिक दवाएँ लेना: कुछ दवाएँ भी कान में गूँज पैदा कर सकती हैं। इसलिए यदि आपको लगता है कि आपकी दवा से यह समस्या हो रही है, तो डॉक्टर से परामर्श करें।
          6. कान में संक्रमण: कान में होने वाले संक्रमण भी टिनिटस का कारण बन सकते हैं।

        कान में दर्द, पकना, हवा, पानी बहना, मवाद न आने के उपचार: Ear Pain, Infection, Fluid Discharge, and Wax Blockage Problem, Solution & Treatment :

        1. प्याज को गर्म करके उसका रस निचोड़ें और कान में डालें, इससे दर्द में आराम मिलेगा।
        2.  काली लहसुन, सिंदूर और तिल का तेल मिलाकर पकाएं। लहसुन जल जाने पर तेल को छान लें। इस तेल की 2 बूँद रोज कान में डालें, इससे आराम मिलेगा।
        3.  लहसुन, मूली और अदरक का रस मिलाकर गर्म करें। इसे कान में डालने से पाकी हुई फुंसी खत्म हो जाएगी।
        4. पुदीने का रस कान में डालने से कान के कीड़े मर जाते हैं।
        5. भुनी हुई फिटकरी को कान में डालने पर और उस पर निम्बू का रस डालने से कान का दर्द तुरंत दूर हो जाता है
        6. नीम के पत्तों का उबला हुआ पानी से कान साफ करें और निबोली के तेल की 2-4 बूंदें दिन में दो बार कान में डालें। इससे कान की खुजली में आराम मिलता है।
        7. प्याज को गर्म करके भूने और उसका रस कान में डालें। इससे कान के दर्द में आराम मिलेगा।
        8.  लहसुन, सिंदूर और तिल के तेल का मिश्रण तैयार करें और उसकी 2 बूँदें रोज कान में डालें। इससे कान के सभी रोगों में आराम मिलेगा।
        9. कान के पकने व फुंशी ठीक करने के घरेलु उपाय: लहसुन, मूली और अदरक के रस को मिलाकर गर्म करें और उसे कान में डालें। इससे कान  होने वाली फुंसी खत्म हो जाती है
        10. मुलेठी का अद्वितीय उपचार: मुलेठी को घी में मिलाकर हल्का गर्म करें। इसका लेप कान के आसपास लगाने से दर्द में राहत मिलेगी।
        11. अरंडी पत्ता और तिल-तेल: अरंडी के पत्तों को गर्म तिल-तेल में भिगोकर कान के आसपास सेकई करने से भी दर्द में आराम होता है।
        12. सरसों का तेल २० ml और बोरिक एसिड ५ ग्राम का मिश्रण बनाएं। पहले सरसों का तेल को अच्छे से गर्म करें और फिर इसमें बोरिक एसिड मिलाएं। मिश्रण को हल्का गर्म होने दें और फिर इसे धीरे से कान में डालें। चाहे आपका कान दर्द कितने भी साल पुराना हो, यह घरेलू उपाय आपको तुरंत आराम दिला सकता है। साथ ही, इससे कान से आने वाली पीप या मवाद की समस्या भी दूर होती है। इस अद्वितीय नुस्खे का प्रयोग कम से कम १५ दिन तक करें।
        13. सरसों के तेल में अदरक का रस मिलाकर गर्म करें। इसकी कुछ बूँदें दर्द वाले कान में डालने से राहत मिलेगी।
        14. गोंद के पते: गोंद के पतों का रस गर्म करके कान में डालें। इससे कान के दर्द में सूजन कम होती है।
        15. कान बहने की दवा: अगर कान से पीप या मवाद आ रहा है, तो गुग्गुल का धुआं कान पे लगाने से पीप आना बंद हो जाएगी।
        16. नीम के पत्ते पानी में उबालें और इस पानी से कान साफ करें। उसके बाद, निबोली के तेल को गर्म करके 2-4 बूँदे दिन में दो बार कान में डालें। इससे कान में खुजली में आराम मिलेगा।
        17. कान के दर्द की ड्रॉप: भुनी हुई फिटकरी और निम्बू का रस कान में डालने से कान का दर्द तुरंत दूर हो जाता है।
        18. कान में दर्द क्यों होता है: अक्सर, जब अंदर से कुछ संक्रमण होता है तो दर्द होता है। इसका सरल उपाय है ग्वारपाठे का रस। इसे गर्म करके कुछ बूंद कान में डालने से तुरंत राहत मिलती है।
        19. समुद्रसोख को बारीक पीसकर और नींबू का रस डालकर इस मिश्रण को कान में डालने से दर्द तत्काल कम होता है।
        20. मस्टोइडाइटिस in Hindi (कान की एक स्थिति): समुद्रफल और केसर का मिश्रण घी में डालकर कान में डालने से इस समस्या से आराम मिलता है।
        21. सहजन की छाल का रस एक प्रभावी कान दर्द का घरेलू उपचार है, जिससे तुरंत आराम मिलता है।
        22. कान बहने की ड्रॉप: कोयली के पत्तों के रस और नमक का मिश्रण से तैयार लेप कान को सूजन और दर्द से बचाता है।
        23. जब कान दर्द का इलाज चाहिए, तो घी-ग्वार के पत्ते का रस दूसरे कान में टपकाने से आराम मिलता है।
        24. कान का मतलब क्या होता है: कान हमारे शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा है और जामुन का तेल कान के दर्द में भी लाभकारी होता है।
        25. कान दर्द का दवा: अलसी के तेल को गर्म करके कान में डालने से दर्द तुरंत दूर होता है।
        26. कान के दर्द की दवा: सरसों के तेल को गर्म करके उसे कान में डालने से दर्द तुरंत दूर होता है। यह एक प्राचीन और प्रभावी घरेलू उपाय है।
        27. घरेलू उपाय कान के दर्द के लिए: प्याज का रस गुनगुना करके कान में डालने पर तुरंत आराम मिलता है। यह एक प्राकृतिक और सहज उपाय है कान के दर्द को दूर करने के लिए।
        28. आराम दिलाने वाली कान की दवा: अदरक का रस भी वैसे ही प्रभावी है जैसे प्याज का रस। इसे गुनगुना करके कान में डालने से दर्द में आराम मिलता है।
        29. तिल और लहसुन से कान के दर्द की दवा: तिल के तेल में लहसुन की आधी कली को डालकर गुनगुना करके कान में डालने से दर्द से छुटकारा मिलता है। यह उपाय दर्द और सूजन दोनों को दूर करता है।

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