क्या है गंजापन ? What is Hair-Baldness ?
गंजापन (Baldness) के रोग में सिर (Head ) के बाल बहुत कम रह जाते हैं. लोगो में गंजापन (Ganjapan )की मात्रा कम या अधिक हो सकती है. गंजापन को एलोपेसिया भी कहते हैं. इस रोग में जब असामान्य तरीके से बहुत तेजी से बाल (Hair ) गिरने लगते हैं और नए बाल (Hair ) उतनी तेजी से नहीं उग पाते या फिर वे पहले के बाल (Hair ) से अधिक पतले या कमजोर उगते हैं। इसके चलते बाल (Hair ) का कम होना या कम घना होना शुरू हो जाता है और ऐसी हालत में सचेत हो जाना चाहिए क्योंकि यह स्थिति गंजेपन (Baldness) कहा जाता है. जिस तरह शरीर के तमाम अंगों में रोग हो जाते हैं उसी तरह हमारे बालों को भी रोग लग जाते हैं। बाल झड़ने लगते हैं और सफेद होने लगते हैं। बालों में रूसी हो जाती है और सिर गंजा हो जाता है। ये सब समस्याएँ पौष्टिक आहार न मिलने, खून की कमी व प्रोटीन आदि की कमी से होती है।गंजेपन की बीमारी शरीर में किसी एक स्थान पर या पूरे शरीर में भी हो सकती है। गंजेपन में शरीर या सिर के बाल धीरे-धीरे गायब हो जाते हैं। अधिकतर यह बीमारी सिर में गोल घेरे काले स्थान पर या दाढ़ी के गोल घेरे वाले स्थान पर होती है। गंजेपन को हम आयुर्वेद में ‘पलिस्य’कहते हैं।आज कल गंजेपन की समस्या आम हो गई है,इससे हर उम्र का व्यक्ति ग्रसित है। अगर आप भी इस समस्या से ग्रसित हैं तो नीचे दिए उपयो को जरूर पढ़े ।
गंजेपन के प्रकार – Types of Hair-Baldness
1. एंड्रोजेनिक एलोपेसिया – एंड्रोजेनिक एलोपेसिया सबसे आम रोग है गंजेपन में और ये रोग पुरुषों में सबसे ज्यादा होता है. इसीलिए एंड्रोजेनिक एलोपेसिया को पुरुषों का गंजापन का रोग भी कहते है. एंड्रोजेनिक एलोपेसिया रोग में जो गंजापन होता है उसे स्थायी किस्म का गंजापन कहते है. और एक खास ढंग से सर में होता है. यह कनपटी और सिर के ऊपरी हिस्से से शुरू होकर पीछे की ओर बढ़ता है. एंड्रोजेनिक एलोपेसिया रोग ३० के उम्र के बाद कभी हो सकता है और इस रोग में आदमी आंशिक रूप से या पूरी तरह गंजा हो सकता है. इस किस्म के गंजेपन के लिए मुख्यत: टेस्टोस्टेरॉन नामक हारमोन संबंधी बदलाव और आनुवंशिकता के कारन होता है.
2. एलोपेसिया एरीटा – एलोपेसिया एरीटा में सिर के अलग-अलग हिस्सों में जहां-तहां के बाल गिर जाते हैं, जिससे सिर पर गंजेपन का पैच लगा सा दिखता है. इसकी वजह अब तक अनजानी है, पर माना जाता है कि यह शरीर की रोगप्रतिरोधी शक्ति कम होने के कारण एलोपेसिया एरीटा रोग होता है.
3. ट्रैक्शन एलोपेसिया – यह लंबे समय तक एक ही ढंग से बाल के खिंचे रहने के कारण होता है। जैसे, कोई खास तरह से हेयरस्टाइल या चोटी रखना। लेकिन हेयरस्टाइल बदल देने यानी बाल के खिंचाव को खत्म कर देने के बाद इसमें बालों का झड़ना रुक जाता है और ये इतनी खास बीमारी नही है.
Ganjapan-Baldness-Hair Loss |
कारण:
आनुवंशिकी (Genetics): गंजापन अक्सर आनुवांशिक होता है, जिसे एंड्रोजेनिक एलोपेसिया कहा जाता है।
हार्मोनल परिवर्तन: हार्मोनल परिवर्तन, जैसे कि थायरॉयड समस्याएं, मेनोपॉज, या गर्भावस्था, भी गंजापन का कारण बन सकते हैं।
चिकित्सीय स्थितियां: स्कैल्प इन्फेक्शन, एलोपेसिया एरियाटा (एक प्रकार का ऑटोइम्यून विकार), और अन्य चिकित्सीय स्थितियां।
दवाइयां और थेरेपी: कुछ प्रकार की दवाइयां और चिकित्सीय उपचार जैसे कीमोथेरेपी भी गंजापन का कारण बन सकते हैं।
तनाव: अत्यधिक तनाव या चिंता भी बालों के झड़ने और गंजापन को बढ़ावा दे सकती है।
लक्षण:
बालों का पतला होना: बालों का धीरे-धीरे पतला होना, विशेषकर सिर के शीर्ष पर।
गंजे पैच: सिर के कुछ हिस्सों में बालों का पूरी तरह से झड़ जाना, जिससे गंजे पैच बन जाते हैं।
सिर की त्वचा में खुजली या जलन: कुछ मामलों में, गंजापन से पहले सिर की त्वचा में खुजली या जलन हो सकती है।
बालों का अचानक झड़ना: कुछ मामलों में, बाल अचानक और तेजी से झड़ सकते हैं।
गंजेपन दूर करने के लिए २5 सरल घरेलु ईलाज – Home Remedies For Hair-Baldness
- भृंगराज और भांगरा नाम की दवा सबसे ज्यादा उपयोगी माना गया है।डॉक्टर इस दवा से तैयार किये गए महाभृंगराज तेल अथवा नीला भृंगादि तेल लगाने की सलाह देते हैं। नहाने के करीब एक घंटा पहले सिर की त्वचा पर इस तेल से धीरे-धीरे मालिश करनी चाहिए। इस मालिश से सिर में उगे हुए सभी कमजोर बाल गिर जाते हैं। लेकिन इससे डरना नहीं चाहिए। इस तेल की मालिश लगातार छह-सात महीनों तक करते रहना चाहिए। तेल लगाने के साथ-साथ रोगी को भंगारे का चूर्ण एक चम्मच की मात्रा में खाने को देते रहना चाहिए। तेल लगाने के साथ-साथ रोगी को भंगारे का चूर्ण एक चम्मच की मात्रा में खाने को देते रहना चाहिए।
- लहसुन(Garlic), अदरक(Ginger) का रस बराबर लेकर गंजे सिर पर लगाएँ।
- बाल धोने के लिए हर्बल शैम्पू या शिकाकाई का उपयोग करेंं।
- महाभृंगराज तेल की सिर पर मालिश करें।
- प्याज(Onion)-नींबू(Lemon) का रस बराबर मात्रा में लेकर रोज सिर के गंजे वाले हिस्से पर लगाएं।
- हरी साग-सब्जी, दूध व फलों को भोजन में हर रोज लें।
- चिंता व क्रोध न करें।
- गंजापन आज की आम समस्या है। इससे छुटकारा पाने के लिए महाभृंगराज का सिर पर लेप करें। ऐसा करने से बाल उग आते है। यदि बाल सफेद हैं तो काले व मुलायम हो जाते है।
- आम(Mango) के अचार(Pickle) के पुराने तेल की सिर पर नित्य एक वर्ष तक मालिश करने से बाल जम जाते हैं।
- गंजेपन की समस्या से निपटने के लिए नीम के तेल की सिर पर मालिश करें लाभ होगा, लेकिन समय लगेगा।
- गंजेपन से निपटने के लिए आंवले(Amla) के रस की सिर पर मालिश करेें।
- अरण्डी (Castor Oil)के तेल की सिर पर मालिश करें ।
- प्याज (Onion)के रस को बालो की जड़ो में लगाने से बाल घने और काले होते है ।
- दही(Curd)और कपूर को बराबर मात्रा में मिलाकर गंजी जगह पर रोजाना लगाने से बाल उगने लगते है ।
- अदरक(ginger) का रस बालों की जड़ों में लगाने से या गंजी जगह पे लगाने से बाल चमकदार होते है और नए बाल उगने लगते है।
- अंडे (egg)की जर्दी को बालो की जड़ो में लगाने से बाल मजबूत होते है और झड़ते कम है ,अंडे की जर्दी बालो की जड़ो में अच्छे से लगाए ३० मिनट तक लगा रहने दे फिर शैम्पू कर ले ।
- बालो को अच्छी तरह से शैम्पू करने के बाद सेब के सिरके से धोये यह बालो को चमकदार बनाता है और नए बाल उगाने में मदद करता है और गंजापन दूर करता है ।
- बिना छिलके वाली उडद की दाल को उबाल कर पीस ले और उसके पेस्ट को बाल धोने के एक घंटे पहले लगातार लगाए इससे बाल जल्द ही उगने लगते है और गंजापन दूर होता है ।
- दो चम्मच कलौंजी को पीस कर एक मग पानी में मिला ले और अच्छी तरह से इस पानी से बालों को धोये इससे बाल झड़ना बंद हो जायेगा और नए बाल उगना भी शुरू हो जायेगा ।
- बालो में नीम का तेल लगाना लाभदायक होता है इससे रुसी भी कम होती है साथ ही बाल भी कम झगते है और मजबूत होते है ।
- अगर आपके सिर कोई जगह बिलकुल गंजी हो गई हो तो उस जगह नीम्बू रह=रगड़ते रहना चाहिए ऐसा करने से फिर से बाल आने लगते है।
- अगर आपको गंजेपन का शिकार होने से बचना है तो नमक कम मात्रा में लेना चाहिए ।
- हफ्ते में दो से तीन बार बालों में एलोवेरा जेल लगाए अचे से मसाज करे और एक घंटे के लिए फिर धो ले ।
- हफ्ते में कम से कम एक बार १ बड़ा चम्मच पिसी मूलैठि की जड़ ले , 1/4 छोटा चम्मच केसर ले और एक कप दूध में इसे अच्छे से मिलाकर बिना बाल वाले हिस्से पर लगा कर रात भर के लिए छोड़ दें,सुबह इसको धो दें। y : एक कप मेथी के दानो को रात भर के लिए पानी में भिगो दे ,सुबह मेथी के दाने उसी पानी के साथ पीस कर बालो में अच्छी तरह लगाए और फिर बालो को ४० मिनट के लिए पॉलिथीन से अच्छी तरह से ढक ले और फिर बालों को धो ले ऐसा रोज करने बाल झड़ना कम हो जाता है ।
- अनार (pomegranate) की पत्तीयों को पीस कर बालो में लगाने से बाल झड़ना कम हो जाता है ।
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