गर्मी के दिनों में धूप में ज्यादा देर काम करने व ज्यादा देर रहने तथा त्वचा सूखने के कारण शरीर पर छोटे-छोटे दाने निकल आते है। जिन्हें हम घमौरियाँ या अंधौरी कहते हैं।
घमौरियाँ का कारण- Ghamoriyan-Prickly heat-face-hand-back-forehead Causes
धूप में काम करने के कारण अथवा गर्मी के कारण पसीना अधिक आता है। पसीना आने से शरीर के रोग छिद्र बंद हो जाते हैं। रोम छिद्र में हवा न लगने के कारण दबा व ढका हुआ स्थान रोग ग्रस्त हो जाता है और त्वचा पर छोटे-छोटे लाल-लाल दानें निकल आते हैं।
घमौरियाँ का लक्षण- Prickly heat-face-hand-back-forehead Symptoms
इन दोनों में खुजली बहुत होती है और खुजलाने के बाद जलन भी होती है। ठंड वाले स्थान पर खुजली शान्त रहती है। गर्मी पाते ही खुजली तेज हो जाती है। बिना खुजलाये रहा नहीं जाता है।
घमोरियों (Prickly -heat, face, hand, back-forehead) दूर करने के 10 उपयोगी नुस्खेः
- सरसों के तेल में नमक मिलाकर घमौरियों पर मालिष करने से घमौरियां जड़ से खत्म हो जाती है।
- दूध में मुलतानी मिट्टी मिलाकर घमौरियों पर लेप करने से घमौरियां ठीक हो जाती हैं।
- घमौरियों पर करेले का रस मलने से घमौरियां ठीक हो जाती है।
- हल्दी को पीसकर शहद में मिलाकर घमौरियों पर लगाने से घमौरियां ठीक हो जाती है।
- मेंहदी पीसकर घमौरियों पर लगाने से घमौरियां ठीक हो जाती है।
- सरसों के तेल में थोड़ा-सा नीम का तेल मिलाकर शरीर पर लगाने से घमौरियां सूख जाती हैं।
- बर्फ मलने से घमौरियां खत्म हो जाती हैं।
- जीरे को पीसकर देषी घी में मिलाकर घमौरियों पर लगाने से घमौरियां अच्छी हो जाती हैं।
- नारंगी अथवा संतरे के छिलकों को सुखाकर उसका चूर्ण घी में मिलाकर लगाने से घमौरियों पर लगाने से घमौरियां ठीक हो जाती है।
घमोरियों (Prickly -heat, face, hand, back-forehead) में परहेज व सुझाव –
- अधिक तेल व मिर्च-मसाले वाली चीजें नहीं खाना चाहिए।
- इमली, खटाई, चाय, काॅफी, शराब आदि का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- नीम के पानी से नहाना चाहिए।
- शरीर की रोज साफ-सफाई करें।
- नमक का प्रयोग न करें।