गर्मियां आते ही खीरा हर घर की जरूरत बन जाता है, शरीर को ठंडक देने के लिए ये एक कारगर और नेचुरल उपाय है मुख्य रूप से सलाद के रूप में प्रयोग होने वाले खीरे में बहुत मात्रा में कैलोरी पायी जाती है। वैसे सिर्फ खीरा ही नही उसका छिलका भी बहुत उपयोगी है।
शरीर की भीतरी शुद्धि हो या बाहरी ठंडक, खीरा हर तरह से फायदेमंद होता है। खीरा प्यास बुझाता है। पानी की कमी को पूरा करता है खीरे में 80 प्रतिषत पानी होता है। खीरा खाने के बाद शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल जाता है।
खीरा खाने के अनेको अनेके फायदे –
- पथरी- खीरे का रस पेषाब की जलन, रूकावट और मधुमेह मे लाभदायक है। इसका रस पीने से पेषाब की जलन दूर हो जाती है। खीरे का रस पथरी में लाभदायक है। इसके रस का सेवन रोजाना करना चाहिए। यह मूत्राषय की पथरी में अधिक लाभ करता है। इसके रस को गर्म करके पीने से गुर्दे के दर्द में बहुत आराम मिलता है।
- नेत्रों की लालिमा- धूप में घूमने-फिरने से नेत्रों में जलन होने लगती है। ऐसे में खीरे को गोल आकार में काटकर आँखों पर रखें इसे 15 मिनट तक आँखों पर रखने से आँखों की जलन, और नेत्रों की लालिमा कम हो जाती है।
- आँखों की थकान- जब आँखों में थकान महसूस हो तो खीरे के टुकड़े को काटकर आँखों की पलकों पर रखने से आँखों की थकान दूर हो जाती है और आँखों के काले घेरे दूर होते है। खीरा खाने से शरीर के अन्दर जमा विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाता है। छिलके समेत खीरा खाने से आँखों की रोषनी अच्छी रहती है।
- सौंदर्यवर्धक- खीरा त्वचा को चमकदार तथा प्राकृतिक ताजगी प्रदान करता है। खीरे के रस में एक चैथाई गुलाबजल और उसमें नींबू का रस मिलाकर शीषी में भर लें और इसे रोज चेहरे और हाथों पर लगाएं। इससे त्वचा का रूखापन भी कम होता है।
- मोटापा- खीरा खाने और इसका रस पीने से मोटापा कम होता है।
- मुहासों के निषान- मुहासों को दूर करने के लिए खीरा, नींबू और मूली के रस को समभाग मात्रा में लें और इसे नित्य लगाएं।
- मधुमेह- प्रतिदिन खीरे की सलाद बनाकर खाने या इसके रस का सेवन करने से मधुमेह में बहुत लाभ मिलता है।
- उच्च रक्तचाप- उक्त रक्तचाप में खीरे की सलाद खाने व खीरे का रस पीने से रक्तचाप का स्तर सामान्य रहता है।
- भूख कम लगना- जब पाचन क्रिया की स्थिति ठीक न हो और भूख कम लगती हो तो ऐसे में खीरे को काटकर उसमें नींबू का रस मिलाकर और उसमें सेंधा नमक मिलाकर खाने से पाचन क्रिया ठीक होती है और भूख भी खुलती है।
- खीरे के जूस के सेवन से कब्ज, सीने में जलन, गैस्ट्राइटिस और अल्सर को दूर किया जा सकता है।
- मूत्र की जलन- खीरे का रस पीने से कुछ ही दिनों में मूत्र की जलन ठीक हो जाती है।
- मूत्र में अवरोध- गर्मियों के दिनों में विभिन्न कारणों से मूत्र में अवरोध की विकृति हो जाती है ऐसे में बहुत दर्द और बेचैनी होती है ऐसे में खीरे और धनिए के चूर्ण को समभाग मात्रा में मिलाकर सेवन करें इससे मूत्र का अवरोध नष्ट हो जाता है।
- लोहा- गर्भावस्था में स्त्रियों को खीरे का सेवन करना चाहिए क्योंकि खीरे में लौह तत्व अधिक मात्रा में पाया जाता है।
- मसूड़े स्वस्थ- खीरा मसूड़ों के लिए बहुत फायदेमंद है। खीरा खाने से मसूड़ों की बीमारी कम होती है।
- मासिक धर्म- खीरे का नियमित सेवन से मासिक धर्म में होने वाली परेषानियों से छुटकारा मिलता है।
- विटामिन के– खीरे के छिलके में विटामिन-के पर्याप्त मात्रा में मिलता है। ये विटामिन प्रोटीन को एक्टिव करने के काम आता है।
- मुँह के बदबू- अगर मुँह से बदबू आती है तो कुछ मिनटों के लिए खीरे के टुकड़े को मुँह में रख लें ऐसा करने से मुँह की बदबू चली जाती है।
- कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करता है- खीरे में जो लिग्नेन नाम का फाइटोन्यूट्रीएन्ट होता है वह कैंसर को कम करने में मदद करता है। इसमें जो एंटीऑक्सीडेंट का गुण होता है वह शरीर के प्रतिरोधी क्षमता को उन्नत करने में और फ्री रैडिकल्स को नष्ट करने में मदद करता हैमानसिक रोग- रोजाना खीरे का सेवन करने से मानसिक रोग के खतरे को कम किया जा सकता है।
खीरे के औषधीय गुण
- खीरे में उपस्थित सिलिकन व सल्फर बालों की ग्रोथ में मदद करते हैं।
- खीरे में जो विटामिन बी होता है वह अधिवृक्क ग्रंथि को नियंत्रित करके तनाव से हुए क्षति को कम करने में बहुत मदद करता है।
- यदि शरीर के किसी हिस्से पर सूजन आ रही हो तो खीरे के रस में नमक मिलाकर बाँधें।
- रोज खीरे के सेवन से मानसिक रोग होने का खतरा कम होेता है।
- फेस मास्क में शामिल खीरे के रस त्वचा में कसाव लाता है। इसके अलावा खीरा त्वचा को सनबर्न से भी बचाता है।
- शराब पीने के बहुत सारे दुष्परिणाम होते हैं उनमें अगले दिन का हैंगओवर बहुत ही कष्ट देने वाला होता है। इससे बचने के लिए आप रात को सोने से पहले खीरा खाकर सोयें।
- जो लोग वजन कम करना चाहते है उन लोगों के लिए खीरे का सेवन काफी फायदेमंद रहता है।
- खीरे में फाइबर होते है जो खाना पचाने में मददगार होते है।
- खीरे में सीलिषिया प्रचुर मात्रा में होता है। इससे जोड़ों को मजबूती मिलती है और टिषू परस्पर मजबूत होते है। गाजर और खीरे का जूस मिलाकर पीने पर गठिया रोग में मदद मिलती है। इससे यूरिक एसिड का स्तर भी कम होता है।
- खीरे को अपने दोपहर और रात के खाने में सलाद के तौर पर जरूर लीजिए।