कोलेस्ट्रॉल क्या होता है?
Cholesterol (कोलेस्ट्रॉल) एक मोम जैसा, वसा जैसा पदार्थ है जो आपके शरीर की सभी कोशिकाओं में पाया जाता है। लीवर कोलेस्ट्रॉल बनाता है, और यह कुछ खाद्य पदार्थों में भी होता है, जैसे कि मांस और डेयरी उत्पाद। आपके शरीर को ठीक से काम करने के लिए कुछ कोलेस्ट्रॉल की जरूरत होती है। लेकिन अगर आपके रक्त में बहुत अधिक कोलेस्ट्रॉल है, तो आपको कोरोनरी धमनी की बीमारी का खतरा अधिक है।
कोलेस्ट्रॉल कैसे बढ़ जाता है ?
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या अक्सर अस्वस्थ जीवन शैली जीने की वजह होती है जैसे अत्यधिक तले भुने और वसा युक्त भोजन का सेवन करना और व्यायाम और शारीरिक गतिविधि आदि न करना।अगर समय रहते हाइ कोलेस्ट्रॉल का इलाज ना किया गया तो हार्ट अटॅक भी हो सकता है ।हाइ कोलेस्ट्रॉल होने का कारण है मधुमेह,मोटापा,शराब,धूम्रपान,बढ़ती उम्र और जेनेटिक्स आदि ।
कोलेस्ट्रॉल का अगर समय रहते हाइ कोलेस्ट्रॉल का इलाज ना किया गया तो हार्ट अटॅक भी हो सकता है ।हाइ कोलेस्ट्रॉल होने का कारण है मधुमेह,मोटापा,शराब,धूम्रपान,बढ़ती उम्र और जेनेटिक्स आदि है।
खून में अगर कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाये तो कौन सी जांच करनी चाहिए?
एक रक्त परीक्षण जिसे लिपोप्रोटीन पैनल कहा जाता है, आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को माप सकता है। परीक्षण से पहले, आपको 9 से 12 घंटों के लिए उपवास (पानी के अलावा कुछ भी खाना या पीना नहीं) करना होगा।
लिपोप्रोटीन पैनल टेस्ट करने के कौन सी जानकारी मिलती है?
लिपोप्रोटीन पैनल टेस्ट से खून में उपस्थित कुल कोलेस्ट्रॉल, खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल ), अच्छा कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल ), नॉन-एचडीएल और ट्राइग्लिसराइड्स की जानकारी देता है।
शरीर में कितना कोलेस्ट्रॉल होना चाहिए? खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल ), अच्छा कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल ), नॉन-एचडीएल और ट्राइग्लिसराइड्स का दिल और शरीर क्या असर पड़ता है
- कुल कोलेस्ट्रॉल – खून में कितनी कोलेस्ट्रॉल की कुल मात्रा है उसकी भी एक माप होती है। खून में कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (एलडीएल) कोलेस्ट्रॉल और उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (एचडीएल) कोलेस्ट्रॉल दोनों शामिल होते हैं।
- एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल – लिपोप्रोटीन (एलडीएल) कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होने से धमनियों में रुकावट आ जाती है जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
- एचडीएल (अच्छा) कोलेस्ट्रॉल – एचडीएल आपकी धमनियों से कोलेस्ट्रॉल को हटाने में मदद करता है
- नॉन-एचडीएल – नॉन-एचडीएल की मात्रा खून में उपस्थित कुल कोलेस्ट्रॉल में से एचडीएल घटा दे तो इसकी सही मात्रा का पता चलता है। आपके नॉन-एचडीएल में एलडीएल और अन्य प्रकार के कोलेस्ट्रॉल जैसे वीएलडीएल (बहुत कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन) शामिल हैं।
- ट्राइग्लिसराइड्स – विशेष रूप से महिलाओं में ट्राइग्लिसराइड्स रक्त में वसा का एक अन्य रूप में होता है जो हृदय रोग जोखिम को बढ़ा सकता है.
जाने किस उम्र में कोलेस्ट्रॉल की कितनी मात्रा होनी चाहिए –
बच्चे जो १९ साल से कम उम्र में कोलेस्ट्रॉल का मानक लेवल
Type of Cholesterol |
Healthy Level |
Total Chalesterol |
Less than 170mg/dL |
Non-HDL |
Less than 120mg/dL |
LDL |
Less than 100mg/dL |
HDL |
More than 45mg/dL |
कोलेस्ट्रॉल की मात्रा पुरुष उम्र २० साल से ज्यादा है | Normal Cholesterol Levels for Men
Type of Cholesterol |
Healthy Level |
Total Chalesterol |
125 to 200mg/dL |
Non-HDL |
Less than 130mg/dL |
LDL |
Less than 100mg/dL |
HDL |
40mg/dL or higher |
कोलेस्ट्रॉल की मात्रा महिला उम्र २० से ज्यादा | Normal Cholesterol levels for Women
Type of Cholesterol |
Healthy Level |
Total Chalesterol |
125 to 200mg/dL |
Non-HDL |
Less than 130mg/dL |
LDL |
Less than 100mg/dL |
HDL |
50mg/dL or higher |
कोलेस्ट्रॉल कम करने का १५ घरेलु इलाज | How to reduce cholesterol in 7 days
- दो चम्मच धनिया के दानो को एक कटोरी पानी मे रात भर के लिए भिगो दे सुबह इस पानी को पिए और भीगे हुए धनिया के दानो को चबा कर खाए।
- एक लहसुन की कली सुबह खाली पेट खाए इससे कोलेस्ट्रॉल; कम होता है।
- आवले और नींबू का सेवन करे यह;कोलेस्ट्रॉल;के रोगियो के लिए बहुत अधिक लाभदायक है ।
- अजवाइन का प्रयोग खाने मे ज़्यादा से ज़्यादा करे ।
- कोलेस्ट्रॉल;से ग्रसित रोगी को रोजाना एक ग्लास हारे नारियल के पानी को पीना चाहिए।
- रात को सोते समय काले चनों को पानी में भिगों दें। सुबह के समय में उठकर उसके पानी को पी लें तथा चनों को खा ले।
- रोजाना कम से कम 50 ग्राम जई का चोकर सेवन करने से भी कोलेस्ट्रोल की मात्रा सामान्य हो जाती है।
- कोलेस्ट्रॉल के रोगियों को नारियल का तेल (कम से कम दो चम्मच) खाने मे उपयोग मे लाना चाहिए इसके सेवन से बहुत लाभ होता है।
- कोलेस्ट्रॉल के रोगियों के लिए रोज तीन कप संतरे के जूस का सेवन काफी कारगर नुस्खा है।
- कोलेस्ट्रॉल के रोगियों को कम से कम रोज लगभग दो से चार ग्राम मछली के तेल का सेवन करना चाहिए।
- कम से कम एक महीने मे 3 बार एक ग्लास पानी मे एक चम्मच सेब का सिरका मिलाकर पिए।
- एक चम्मच प्याज के रस मे शहद मिलाकर सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल की समस्या दूर होती है ।
- कोलेस्ट्रॉल के रोगियों का 30 से 50 ग्राम अखरोट और बादाम का सेवन करना लाभदायक होता है।
- रोज सुबह खाली पेट एक चम्मच सूखे आंवला के पाउडर को एक गिलास गर्म पानी के साथ ले ।
- रोज एक कटोरी ओटमील का सेवन कोलेस्ट्रॉल के लेवल कम करने के लिए काफी असरदार तरीका है।